Mandi Protest: हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में मौजूद एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर शुक्रवार को भयंकर विरोध प्रदर्शन हुआ। सदर बाजार में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने हिस्सा लिया और मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मस्जिद का निर्माण पूरी तरह से अवैध है और इसे हटा देना चाहिए।
मस्जिद का अस्तित्व ही पूरी तरह से अवैध-
हालांकि मस्जिद के इमाम ने पहले ही प्रशासन को सूचित किया था, कि मस्जिद के अंदर का अवैध हिस्सा वह खुद ही तोड़ रहे हैं और उन्होंने ऐसा किया भी है। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी मानते हैं कि मस्जिद का अस्तित्व ही पूरी तरह से अवैध है और इसे तोड़ना चाहिए। इस विवाद पर उच्च न्यायालय में भी सुनवाई चल रही है। अदालत ने मुस्लिम वेलफेयर कमिटी से अवैध निर्माण से संबंधित मंजूरी और नक्शा पेश करने के लिए कहा था, लेकिन वेलफेयर कमिटी इन दस्तावेजों को पेश करने में असफल रही।
नगर निगम कार्यालय-
अब इस मामले को लेकर सभी संबंधित संगठनों को 13 सितंबर को नगर निगम कार्यालय में बुलाया गया है, जहाँ इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मंडी नगर निगम आयुक्त ने इस विवाद पर एक छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट नगर निगम आयुक्त को सौंप दी है और अब आयुक्त से उम्मीद की जा रही है कि वह शुक्रवार को इस मुद्दे पर कोई ज़रुरी फैसला सुनाएंगे। यह मामला पिछले 14 सालों से अदालत में लंबित है और इसे लेकर कोई ठोस फैसला अब तक नहीं आया है।
शिमला में भी काफी हंगामा-
इसलिए यह देखना ज़रुरी होगा कि आयुक्त इस पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचते हैं या फिर मामले को और ज्यादा समय के लिए स्थगित किया जाएगा। उधर शिमला में भी मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हाल ही में काफी हंगामा हुआ था। संजौली क्षेत्र में मस्जिद के निर्माण को लेकर स्थानीय निवासियों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारी मस्जिद के खिलाफ अपनी नाखुशी जता रहे थे और पुलिस की बेरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
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प्रदर्शन की योजना-
शिमला में 16 सितंबर को फिर से एक और बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है। इस प्रदर्शन की तैयारी को ध्यान में रखते हुए शिमला प्रशासन और पुलिस को पूरी तरह से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पुलिस ने अतिरिक्त बल की तैनाती की है और संभावित घटनाओं से निपटने के लिए विशेष इंताज़ाम किए गए हैं। इन दोनों घटनाओं के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मस्जिद विवाद बहुत संवेदनशील मामला है। उन्होंने कहा, “हमें प्रदेश की शांति और सौहार्द के लिए आगे बढ़कर काम करना चाहिए। इस मुद्दे पर हम एक कमेटी बनाएंगे जो इसकी जांच करेगी। इस तरह के मामलों पर भावनात्मक बयानबाजी और राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
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