BJP-JDU Relations: जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बुधवार को अपनी मणिपुर इकाई के अध्यक्ष केएसएच बीरेन सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बर्खास्त कर दिया। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब भाजपा के साथ पार्टी के रिश्तों को लेकर अटकलें तेज हो रही थीं।
पार्टी का आधिकारिक बयान(BJP-JDU Relations)-
JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने PTI को बताया, कि सिंह को अनुशासनहीनता के कारण हटाया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया, कि पार्टी पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन जारी रखेगी। “हमारी पार्टी ने NDA को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया है और आगे भी करती रहेगी।”
विधानसभा में बदलता समीकरण(BJP-JDU Relations)-
2022 के विधानसभा चुनावों में JDU ने 12% वोट शेयर के साथ 6 सीटें जीती थीं। हालांकि, सितंबर में पार्टी को बड़ा झटका लगा जब 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। अब पार्टी के एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर विपक्षी बेंच पर बैठेंगे।
नीतीश कुमार का प्रभाव-
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में JDU ने हाल ही में एक बार फिर NDA में वापसी की है। मणिपुर में हुए इस घटनाक्रम पर उन्होंने पहले सवाल उठाए थे, “क्या यह उचित है? क्या यह संवैधानिक है? क्या यह स्थापित मानदंडों के अनुरूप है?”
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सरकार पर प्रभाव-
इस घटनाक्रम का मणिपुर की एन बीरेन सिंह सरकार पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 37 सीटें हैं। इसके अलावा नागा पीपुल्स फ्रंट के 5 और 3 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनावों में BJP-JDU गठबंधन एक बार फिर मजबूती से उतरने की तैयारी में है।
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