Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर बुधवार की सुबह एक दुखद घटना सामने आई। त्रिवेणी संगम पर तड़के करीब 2:30 बजे भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालुओं के घायल होने की सूचना है। इस घटना के बाद प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए श्रद्धालुओं से वापस लौटने की अपील की है।
शाही स्नान स्थगित(Maha Kumbh Stampede)-
भगदड़ की स्थिति को देखते हुए कई अखाड़ों ने मौनी अमावस्या के शाही स्नान को स्थगित कर दिया है। जूना अखाड़े के प्रवक्ता नारायण गिरि के अनुसार, भगदड़ और भीड़ के अत्यधिक दबाव के कारण अखाड़ों ने अपना स्नान स्थगित कर दिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है, कि संतों ने अमृत स्नान को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
क्यों मची भगदड़? (Maha Kumbh Stampede)
मेले की विशेष अधिकारी आकांक्षा राणा के मुताबिक, भारी भीड़ के कारण एक बैरियर टूट जाने से भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि कुछ लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार की सुबह हजारों श्रद्धालु अमृत स्नान में भाग लेने के लिए गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर एकत्रित हुए थे।
भगदड़ के दौरान की स्थिति-
कर्नाटक से आई एक महिला श्रद्धालु ने भगदड़ के दौरान की स्थिति के बारे में बात करते हुए कहा, कि “हम दो बसों में 60 लोगों का समूह लेकर आए थे। अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई और हम फंस गए। कई लोग गिर पड़े और भीड़ बेकाबू हो गई।” एक अन्य महिला का कहना है, कि बचने का कोई रास्ता नहीं था, चारों तरफ से धक्का-मुक्की हो रही थी।
प्रशासन की कार्रवाई-
प्रशासन ने अन्य श्रद्धालुओं के स्नान के लिए रास्ता बनाने की अपील की है। साथ ही, लोगों से अन्य घाटों को भी संगम के समान महत्व देने का आग्रह किया है। पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के एक संत ने कहा कि भारी भीड़ के कारण स्नान के लिए स्थिति उपयुक्त नहीं लग रही है, इसलिए महामंडलेश्वरों के स्नान को रोक दिया गया है।
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श्रद्धालुओं की संख्या-
मंगलवार तक महाकुंभ में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके थे। अकेले मंगलवार को 4.8 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया, जो मकर संक्रांति के अमृत स्नान के 3.5 करोड़ के आंकड़े से अधिक है। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। घायलों के इलाज के लिए विशेष मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं।
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