Delhi Politics: दिल्ली की राजनीति में एक नया ट्विस्ट आ गया है। शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को बड़ा अधिकार दिया है। केंद्र और राज्य के बीच तनाव के बीच, ACB की टीम अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के घरों पर छापेमारी कर रही है।
Delhi Politics पूरा मामला क्या है?
आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं। उनका दावा है, कि भाजपा दिल्ली चुनाव से पहले आप के विधायकों को 15 करोड़ रुपये देकर अपनी पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर रही थी। इस आरोप को लेकर भाजपा ने सीधे एलजी से शिकायत की, जिसके बाद ACB ने जांच शुरू की है।
Delhi Politics राजनीतिक बयानबाजी का खेल-
आप नेता संदीप पाठक ने मीडिया को बताया, “कई विधायकों को फोन आए कि या तो 15 करोड़ लो या फिर मंत्री बन जाओ। हमने इन कॉल्स के रिकॉर्ड भी सेव कर रखे हैं।” उनका कहना है कि ये सभी बातचीत चुनाव के दौरान हुई, जब सभी थके हुए और तनावग्रस्त थे।
Delhi Politics ACB की कार्रवाई का क्या है इसका मतलब?
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने भाजपा की शिकायत के बाद ACB को जांच के निर्देश दिए हैं। यह कदम दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। शनिवार को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, ऐसे में यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
विधायकों की प्रतिक्रिया-
कई आप विधायकों का दावा है कि उन्हें भाजपा द्वारा लालच दिया गया। कुछ नेताओं ने अपने फोन नंबर भी सार्वजनिक कर दिए हैं, जिससे इन आरोपों की सच्चाई साबित हो सके।
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कानूनी परिणाम-
अगर ACB की जांच में खरीद-फरोख्त की पुष्टि होती है, तो यह दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रही हैं। दिल्ली में राजनीतिक नाटक का यह नया अध्याय देखने लायक होगा। क्या ACB की जांच कुछ नया खुलासा करेगी, या यह सिर्फ एक राजनीतिक रणनीति है? समय ही बताएगा।
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