Aero India 2025: भारत ने एयरो इंडिया 2025 में अपने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट, एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) का पूर्ण पैमाने पर इंजीनियरिंग मॉडल प्रदर्शित किया है। यह ऐतिहासिक क्षण भारत की आत्मनिर्भर रक्षा क्षमताओं में एक नया अध्याय लिखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
Aero India 2025 अत्याधुनिक तकनीक का समावेश-
एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा विकसित यह 25 टन वजनी विमान अपनी श्रेणी में सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक है। AMCA में कई आधुनिक तकनीकें समाहित की गई हैं, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस इलेक्ट्रॉनिक पायलट, नेटसेंट्रिक वारफेयर सिस्टम्स, इंटरनल वेपन बे, और इंटीग्रेटेड व्हीकल हेल्थ मैनेजमेंट शामिल हैं।
Aero India 2025 AI की भूमिका-
AMCA की सबसे प्रमुख विशेषता इसमें समाहित AI तकनीक है। AI-संचालित इलेक्ट्रॉनिक पायलट युद्ध की स्थिति में तुरंत निर्णय लेने, खतरों की पहचान करने, और मानवरहित हवाई वाहनों (UAV) के साथ समन्वय स्थापित करने में सक्षम है। इन विशेषताओं के साथ, AMCA वर्तमान पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को पीछे छोड़ने की क्षमता रखता है।
अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता-
एयरो इंडिया 2025 में अमेरिका सहित कई देशों की सक्रिय भागीदारी देखी जा रही है। दो दर्जन से अधिक अमेरिकी प्रदर्शक भारतीय कंपनियों के साथ एविएशन और रक्षा क्षेत्र में नए व्यावसायिक अवसरों की तलाश कर रहे हैं। अमेरिकी दूतावास के चार्ज डी’अफेयर्स जॉर्गन एंड्रयूज और यूएस पैसिफिक एयर फोर्सेज के कमांडर जनरल केविन श्नाइडर के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल इस कार्यक्रम में शामिल हुआ है।
भारत-अमेरिका रक्षा संबंध-
एयरो इंडिया 2023 के बाद से, भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में व्यापार, तकनीकी नवाचार, साइबर सुरक्षा, रसद और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में गहन सहयोग देखा गया है। जनरल श्नाइडर ने इस साझेदारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “एयरो इंडिया 2025 अमेरिकी रक्षा विमानों और उपकरणों को प्रदर्शित करने का एक आदर्श मंच है, जो अंततः अन्य देशों के साथ हमारी अनुकूलता और अंतर-संचालन में योगदान करेगा।”
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प्रदर्शन और सांस्कृतिक आयाम-
एयरो इंडिया 2025 में दर्शक F-16 और F-35 फाइटर जेट, KC-135 स्ट्रैटोटैंकर, और B-1 बॉम्बर जैसे उन्नत अमेरिकी रक्षा उपकरणों का प्रदर्शन देख सकेंगे। इस कार्यक्रम में एक सांस्कृतिक आयाम जोड़ते हुए, यूनाइटेड स्टेट्स एयर फोर्स बैंड ऑफ द पैसिफिक का 10 सदस्यीय समूह ‘फाइनल अप्रोच’ 13 और 14 फरवरी को प्रदर्शन करेगा, साथ ही बेंगलुरु के क्राइस्ट विश्वविद्यालय में एक विशेष प्रस्तुति भी देगा।
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