भारत के जम्मू कश्मीर में सामने आया खबर BNSS Job Fraud Case सिर्फ पूरा प्रदेश झटके में है दरअसल आरोपी हरप्रीत सिंह ने खुद को आर्मी का लेफ्टिनेंट कर्नल बताकर MES, DRDO और रक्षा मंत्रालय जैसी नामी संस्थानों में नौकरी दिलाने के नाम पर 2 करोड रुपए से अधिक की ठगी कर डाली है। जम्मू पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस नए BNSS कानून के अनुसार आरोपी की संपत्ति जंप कर ली और 17 पीड़ित व्यक्तियों को 75 लाख की उनकी राशि लौट आई है।
कैसे हुआ फ्रॉड का खुलासा?
दरअसल ये मामला नगरोटा निवासी अरुण शर्मा की है जिन्होंने 6 नवंबर 2024 को अपनी एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने हरप्रीत सिंह को 7 नवंबर को गिरफ्तार किया जिसमें जांच में सामने आया कि आरोपी ने कई सारे लोगों से सरकारी नौकरी के नाम पर काफी सारा पैसा वसूल है आरोपी रकम वसूलकर रकम को आरोपी सुरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी के खाते में ट्रांसफर करता था।

BNSS के तहत हुई पहली बड़ी कार्रवाई
BNSS Job Fraud Case के मामले में जम्मू पुलिस ने नई Bhartiya Nagrik Suraksha Sanhita (BNSS) का उपयोग करते हुए आरोपी की पूरी संपत्ति को जप्त कर लिया है। tehsil Bahu fort के अधिकारियों ने जनवरी 2025 में आरोपी की डुप्लीकेट संपत्ति भी जप्त की थी और कोर्ट ने जनवरी 2025 में आरोपी के एक करोड़ से अधिक रुपए की धनराशि को गैर कानूनी घोषित किया था।
17 पीड़ितों को मिला न्याय
इस मामले में जम्मू पुलिस ने सात कार्यवाही करते हुए सारी संपत्ति तो जप्त कर ली लेकिन जप्त करने के बाद 75 लख रुपए को कोर्ट के निर्देश पर 17 पीड़ित व्यक्ति में चेक के माध्यम से बांटा है। यह देश में पहली बार Bhartiya Nagrik Suraksha Sanhita (BNSS) के अनुसार किया जाने वाला न्याय था जब पीड़िता को इतना जल्दी मुआवजा भी मिल गया।
BNSS Job Fraud Case का मामला न केवल एक फ्रॉड है बल्कि यह BNSS की कानून को प्रभावी रूप से कायम रखने की एक मिसाल भी बनता है इस कदम में पैसे देकर फंसने वाले लोगों को न्याय मिला है और सिस्टम के प्रति विश्वास भी बढ़ गया है।
Must read: फिनलैंड 8वीं बार बना दुनिया का खुशहाल देश, जानें भारत के लोग हैं कितने खुश