पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11,400 करोड़ रुपए के महाघोटाले के तीन आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई ब्रांच के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी को मुंबई से गिफ्तार कर लिया गया है। गोकुलनाथ शेट्टी पर आरोप है कि उसने बिना बैंक को बताए और बिना बैंक को गारंटी दिलाए नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को कर्ज दिलाया। गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपियों के नाम हैं हेमंत भट्ट और मनोर खरात। इस बीच, नीरव मोदी और अन्य आरोपियों को लेकर भी कार्रवाई तेज कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने मोदी, उसकी कंपनियों और रिश्तेदार मेहुल चोकसी के खिलाफ 31 जनवरी को दर्ज की गई अपनी एफआईआर के तहत इन तीनों को हिरासत में लिया गया है।इस प्राथमिकी में करीब 280 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन के आठ मामले दर्ज हैं लेकिन बैंक से आगे मिली हुई शिकायतों के आधार पर सीबीआई ने कहा है कि पहली एफआईआर में अब करीब 6498 करोड़ रुपये की राशि की जांच की जाएगी जो शेट्टी और खराट द्वारा कथित तौर पर फर्जी तरीके से 150 साख पत्र (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) जारी करने से जुड़ी है।
अधिकारियों ने बताया कि गीतांजलि कंपनी समूह के लिए जारी किए गए करीब 4,886 करोड़ रुपये के बचे हुए 150 लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दूसरी एफआईआर का हिस्सा हैं जो कल चौकसी और उसकी कंपनियां गीतांजलि जेम्स, नक्षत्र ब्रांड्स और गिली के खिलाफ कल दर्ज की गई थी।
गोकुलनाथ शेट्टी पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई ब्रांच का पूर्व डिप्टी मैनेजर है और उसी के कहने पर पीएनबी की ओर से गारंटी दी गई जबकि गारंटी देने की जानकारी पीएनबी के सिस्टम को नहीं थी। गोकुलनाश शेट्टी पिछले साल रिटायर हो चुका है। उस पर ये आरोप है कि उसने बिना बैंक को बताए उसकी गारंटी पर डायमंड किंग नीरव मोदी और गीतंजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी को विदेश से भी लोन दिलाए। पीएनबी की गारंटी पर एक्सिस बैंक और इलाहाबाद बैंक ने भी पैसे दिए।
नीरव मोदी, मेहुल चौकसी ने जो पैसे पीएनबी की गारंटी पर उठाए उसे लौटाया नहीं। लिहाजा एक्सिस बैंक और इलाहाबाद बैंक के भी पैसे फंस चुके हैं और 11 हजार 500 करोड़ का घोटाला दर्ज हो चुका है।देश के बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े फ्रॉड में से एक पंजाब नेशनल बैंक के 11,500 करोड़ रुपये के घोटाले के खुलासे के बाद डायमंड किंग नीरव मोदी और गीतंजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी के खिलाफ सीबीआई की तरफ से शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी इस घोटाले का मुख्य आरोपी है और उसे देखते ही पकड़ने के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है। विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का पासपोर्ट निलंबित कर दिया है और इनके विदेश के आउटलेट्स पर भी कारोबार न करने का आदेश दिया जा चुका है।
पीएनबी घोटाले की चर्चा 4 दिन से चल रही है और इस मामले को लेकर कल बेहद बड़ी राजनीतिक उठापठक भी देखने को मिली। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कल कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्पोरेट अफेयर मिनिस्ट्री, प्रवर्तन निदेशालय, सीरीयस फ्रॉड इनवेस्टिगेटिव ऑफिस, सेबी, महाराष्ट्र सरकार और गुजरात सरकार को सात मई 2015 से इस पूरे घोटाले की जानकारी थी।