केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहां भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है। वहीं, सभी जगहों में माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है, जिसके बाद शुक्रवार को जम्मू से धारा 144 हटा ली गई जबकि कश्मीर में अब भी यह लागू है। वहीं, किसी आतंकवादी घटना को लेकर सबकी नजर अब 12 अगस्त को बकरीद पर है।
इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने घोषणा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे। अभी तक जम्मू-कश्मीर एक पूर्ण राज्य के रूप में था, लेकिन अब उसे केंद्र शासित प्रदेश के रूप में रहना पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर से अलग किए गए लद्दाख को करगिल के साथ मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है।
Jammu & Kashmir and Ladakh to come into existence as separate Union Territories on October 31. pic.twitter.com/5FrN5PKkSs
— ANI (@ANI) August 9, 2019
बता दे संसद में गृह मंत्री अमित शाह की आर्टिकल 370 पर घोषणा से कुछ दिन पहले कश्मीर में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। जो लोग आशंका जता रहे थे कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के खिलाफ कश्मीर घाटी में विरोध होगा और हिंसा भड़केगी, उन्हें जवाब मिल गया है। कश्मीर घाटी में हालात बेहतर हैं, जिंदगी वापस पटरी पर आ रही है।
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वहीं, सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान में ज्यादा खलबली मची हुई है और उसने पिछले कुछ घंटों में बड़े फैसले लेते हुए व्यापारिक संबंध खत्म कर लिया और राजनयिक संबंध कम कर लिया है। इसके अलावा पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैसले के खिलाफ भारत पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है।
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