योग गुरू बाबा रामदेव के 17 जून से 21 जून तक फरीदाबाद में लगने वाले योग शिविर का विरोध अभी से शुरू हो गया है। ऑल इडिया पिपुल फ्रन्ट के प्रदेश अध्यक्ष राधे श्याम व समाजसेवी अनिल भाटिया ने माननीय राष्ट्रपति महोदय को पत्र लिखकर यह मांग की है कि इस कार्यक्रम पर जनहित व राष्टहित में तुरंत रोक लगाई जाए।
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राधेश्याम चैयरमेन व अनिल भाटिया ने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति को बताया है कि देश के लोकतंत्र व देश के खजाने व अर्थव्यवस्था व देश की अखण्डता को बचाने हेतू बाबा रामदेव के 17 जून से 21 जून तक लगने वाले एक लाख लोगों के योग शिविर कार्यक्रम जिसमें प्रधानमंत्री सहित सोनिया गांधी व राहुल गांधी एवं औवेसी को न्यौता देना है। फरीदाबाद हरियाणा के माहौल को बिगाडऩे का संदेह है जिसपर रोक लगाई जानी चाहिए।
पत्र में कहा गया है कि बाबा रामदेव ऐसे समय में औवेसी को हरियाणा में न्यौता दे रहे है जब हरियाणा पहले ही जाट आरक्षण की आग में झुलस चुका है। आरक्षण की आग आज भी ठण्डी नहीं हुई है। लोग अभी अपने पैरो पर खड़े भी नहीं हुए है और अचानक बाबा रामदेव के शिविर की घोषणा और देश के खिलाफ जहर उगलने वाले औवेसी को न्यौता देना बाबा रामदेव के शिविर पर संदेह पैदा करता है इसलिए इसपर तुंरत रोक लगनी चाहिए। पत्र में कहा गया है कि राजनैतिक दल कुर्सी की खातिर देश की आन-बान-शान व सुरक्षा को भी दाव पर लगा सकते है देश की एकता,अखण्डता से राजनैतिक पार्टियों और दलो को मतलब नहीं रहा।
पत्र में कहा गया है कि बाबा रामदेव अब बाबा नहीं बड़ा उद्योगपति है। राजनैतिक पार्टी कांग्रेस,भाजपा बाबा रामदेव पर मेहरबान है। बाबा रामदेव के पंतजलि के उत्पाद भारत के लिए अनेकों प्रश्न खड़े करते है। बाबा की व्यापारिक गतिविधियों से छोटे व मझोले दुकानदार तथा ऐसे छात्र जो आयुवैदिक में अपना भविष्य तलाश कर लघु उद्योग लगाना चाहते थे उनके सपने बिखर चुके है। भाजपा कांग्रेस बाबाओं को बढ़ावा देकर देश को संकट में डालना चाह रही है। हाल ही में होने वाला बाबा रामदेव का योग शिविर कार्यक्रम ठीक नहीं है। इसे जनहित व राष्ट्रहित में भारत सरकार व हरियाणा सरकार को रोकने के आदेश देने की कृपा करें।