Zombie virus : फिर से जाग गया है 48500 साल पुराना जोंबी वायरस, इंसानों के लिए बड़ा खतरा

धरती के लगातार बढ़ते तापमान के कारण आर्कटिक में कई हजारों वर्षों से सोए हुए खतरनाक वायरस फिर से जिंदा होने लगे हैं। हाल ही में आर्कटिक शोधकर्ताओं ने वहां के पर्माफ्रॉस्ट से 48.5 हजार साल पुराना वायरस खोज निकाला है।

Updated On: Mar 9, 2023 12:10 IST

Dastak Web Team

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धरती के लगातार बढ़ते तापमान के कारण आर्कटिक में कई हजारों वर्षों से सोए हुए खतरनाक वायरस फिर से जिंदा होने लगे हैं। हाल ही में आर्कटिक शोधकर्ताओं ने वहां के पर्माफ्रॉस्ट से 48.5 हजार साल पुराना वायरस खोज निकाला है।

बता दें की मिट्टी की परतों के नीचे जमी हुई बर्फ और मिट्टी को ही हम पर्माफ्रास्ट कहते हैं। आर्कटिक में लगातार मौसम में हो रहे बदलाव और बढ़ते तापमान के चलते हजारों सालों से दबे हुए वायरस के दोबारा जिंदा होने की संभावनाएं काफी बढ़ गई हैं। वहां के वैज्ञानिकों ने 48 हजार साल पुराने वायरस को खोज निकाला है। वैज्ञानिकों का मानना है कि, ' आर्कटिक में बाकी जगहों के मुकाबले तापमान 4 गुना ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है और परमाफ्रास्ट पिघलता जा रहा है। जिसकी वजह से उसमें जमें हुए वायरस फिर से जिंदा हो सकते हैं। जिससे न सिर्फ इंसान बल्कि जानवरों को भी खतरा है।

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नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री में जलवायु वैज्ञानिक किम्बरली माइनर का कहना है कि, 'पर्माफ्रास्ट पिघलने के साथ ही बहुत सी चीजों  में बदलाव देखा जा सकता है, जो की चिंता का विषय है। यह हमारे लिए बहुत जरूरी है कि हम इसे जमाए रखने की पूरी कोशिश करें।'

फ्रांस के एक्स मार्सिले यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर सर जीन मिशेल क्लेवेरी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पृथ्वी के नमूनों का सैंपल लिया है। उन्होंने साल 2003 में पहला वायरस खोजा था और उसके आकार के कारण उन्होंने उस वायरस को 'जॉइंट' नाम दिया गया था।

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इसके बाद रूस के वैज्ञानिकों ने साल 2012 में लगभग 30 हजार साल पुराना एक वायरस खोजा। जीन ने साल 2014 में 30 हजार वर्ष पुराने वायरस को खोजकर उसे जिंदा भी किया था, लेकिन उन्होंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि उनके इस वायरस से किसी इंसान या जानवर को कोई नुकसान ना पहुंचे। ठीक उसी तरह एक बार फिर से जीन ने एक नए वायरस को खोज निकाला है। 18 फरवरी को जनरल वायरस में छपे अपने लेटेस्ट शोध में क्लेवेरी और उनकी टीम ने खोजे गए वायरस को जिंदा कर दिया है।

उन्होंने कुल 5 नए वायरस की खोज की है। जिनमें से एक तो 48 हजार साल पुराना है। यह वायरस अमीबा की कोशिकाओं को इनफेक्ट कर रहा है। जिस पर क्लेवेरी का कहना है कि, 'यह अमीबा को संक्रमित करने वाला वायरस भविष्य में आने वाली बड़ी समस्या का संकेत है। यह वायरस इंसानों के लिए खतरा साबित हो सकता है। क्लेवेरी इस वायरस को जोंबी वायरस कहते हैं।

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