स्नेहा मिश्रा
खालिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर से खालिस्तान समर्थकों द्वारा हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और हिंदू विरोधी नारे लगाए गए।
दरअसल शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में खालिस्तानी समर्थकों ने श्री लक्ष्मी नारायण के मंदिर में तोड़फोड़ की। मंदिर के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने 'द ऑस्ट्रेलिया टुडे' से बातचीत के दौरान बताया कि, "मंदिर के पुजारी और यहां के भक्तों ने मुझे सुबह फोन करके मंदिर में हो रही तोड़फोड़ के बारे में सूचित किया।"
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हिंदू मानवाधिकार की निदेशक 'सारा गेट्स' ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह घृणा अपराध विश्व स्तर पर 'सिख फॉर जस्टिस' का एक पैटर्न है, जो एक मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में हिंदुओं को आतंकित करने की कोशिश कर रहा है।"
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वहीं जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के कैरम डाउन्स में श्री शिव विष्णु मंदिर को भी हिंदू विरोधी नारों के साथ तोड़ दिया गया था।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 जनवरी 2023 की देर शाम खालिस्तान समर्थकों ने मेलबर्न में जनमत संग्रह का समर्थन हासिल करने के लिए एक कार रैली निकाली थी। लेकिन उनका यह प्रयास विफल रहा क्योंकि मेलबर्न के तकरीबन 60 हजार समुदायों में से केवल 200 लोग ही वहां इकट्ठा हुए थे।
वहीं दूसरी तरफ इस घटना से ठीक एक सप्ताह पहले 12 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के मिल पार्क में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में भारत के विरोधी तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी और भारत विरोधी नारे भी लगाए गए थे। जिसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की थी। इसके अलावा मेलबर्न में मौजूद इस्कॉन मंदिर में भी खालिस्तानी समर्थकों ने हमला किया था।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग भी की थी।