हिमाचल प्रदेश में बाढ़ आने के कारण भूस्खलन की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई है, अभी 12 से अधिक लापता लोगों की मौत की भी आशंका जताई जा रही है। यहां भारी बारिश के कारण अलग-अलग जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन होने की घटनाओं के कारण ऐसा हुआ है। हिमाचल के पडोसी राज्य उत्तराखंड के देहरादून में भी तेज बारिश हुई है, यहां शनिवार सुबह एख गांव में बादल फटने की खबर है।
इंडिया टुडे के मुताबिक सुबह 2:45 पर दहरादून के सरखेत गांव में बादल फटने की सूचना स्थानीय लोगों से मिलने के बाद यहां राज्य आपदा प्रबंधन की टीम स्थिती को संभालने मौके पर पहुंच जाती है। आपदा प्रबंधन की टीम की मीडिया को दी जानकारी के अनुसार उन्होंने गांव में रहने वाले सभी निवासियों का रेस्क्यू कर लिया है, इनमें से कुछ लोगों ने पास के एक रिसॉट में शरण ले ली है।
Uttarakhand | SDRF teams engage in rescue operation in Sarkhet village, Raipur block in Dehradun where an incident of cloudburst was reported at 2:45am today pic.twitter.com/uH7etNKmSw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 20, 2022
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पानी के तेज बहाव के कारण चक्की रेल ब्रिज का एक हिस्सा पानी में बह जाता है। हिमाचल और उत्तराखंड के कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। ऐसे में लोगों को इन हिस्सो में यात्रा करने से बचने की हिदायत दी जा रही है।
#WATCH | Himachal Pradesh: The railway bridge on Chakki river in Himachal Pradesh's Kangra district damaged due to flash flood, and collapsed today morning. The water in the river is yet to recede: Northern Railways pic.twitter.com/ApmVkwAkB8
— ANI (@ANI) August 20, 2022
इसके अलावा देश के बाकि हिस्से भी बारिश से जूझ रहे हैं। ओडिशा के कुछ हिस्से बाढ़ से ग्रस्त हैं। वहां अभी भी भारी बारिश की स्थिती बनी हुई है। आईएमडी ने 19-20 अगस्त को उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में और सप्ताहांत में हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ व्यापक रूप से हल्की या मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है।
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में भी शनिवार को मध्यम बारिश होने की संभावना है। बारिश की बौछारें पूर्वी राजस्थान में 20-22 अगस्त तक और दक्षिण हरियाणा में रविवार को लौटेंगी। इस दौरान इन राज्यों के स्थानीय हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, जबकि रविवार और सोमवार को राजस्थान के पूर्वी इलाकों में भी बहुत भारी बारिश हो सकती है।
नतीजतन, आईएमडी ने उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान को शनिवार से सोमवार तक ऑरेंज अलर्ट पर रखा है।
हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़-
मंडी जिले में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में एक लड़की की मौत हो गई और 13 अन्य के मारे जाने की आशंका है। चंबा में भूस्खलन के बाद मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी से पुराने कटोला इलाकों के बीच स्थित अपने घरों को भी छोड़ दिया और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली।
#WATCH | 2 killed, at least 15 missing after heavy rain #triggers #cloudburst, flash floods, landslides in several parts of Mandi district in #HimachalPradesh#Himachal #mandi #Flood #heavyrain #Monsoon2022 pic.twitter.com/u3vn4FHeEx
— Subodh Kumar (@kumarsubodh_) August 20, 2022
इस बीच, राज्य के हमीरपुर जिले में अचानक आई बाढ़ में फंसे 22 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अचानक आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त कांगड़ा जिले में चक्की नदी पर बना एक रेलवे पुल आज सुबह ढह गया। उत्तर रेलवे ने कहा कि नदी में पानी अभी उतरना बाकी है।
उत्तराखंड में बारिश का कहर-
लगातार हो रही भारी बारिश से देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली तमसा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी में पानी के खतरनाक स्तर के कारण, माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर और टपकेश्वर महादेव के बीच संपर्क टूट गया था, एएनआई ने टपकेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी के हवाले से बताया।
मूसलाधार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग से बद्रीनाथ धाम तक तोताघाटी और तीन धारा पर कई जगह यातायात बाधित रहा। बारिश के मद्देनजर टिहरी जिले से गुजरने वाली भिलंगना नदी, नेलचामी नदी और बालगंगा नदी उफान पर है।
लड़के और लड़कियों का एक क्लासरुम में बैठना खतरनाक- मुस्लिम नेता
गंगा के चेतावनी स्तर को तोड़ने के बाद हरिद्वार के निचले इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है। नदी 294 मीटर के खतरे के निशान के ठीक नीचे 293.70 मीटर की ऊंचाई पर बह रही थी। पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर प्रखंड में भारी बारिश के कारण 72 वर्षीय एक महिला की मौत हो गयी. बारिश में कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।
यंकेश्वर क्षेत्र में स्टेट हाईवे 9 पर लक्ष्मण झूला, दुगड्डा और धूमकोट, नीलकंठ मोटर रोड और नालिखाल पोखरी खार मार्ग देर रात बारिश के बाद अवरुद्ध हो गया। जिले में अवरुद्ध सड़कों को साफ करने के लिए गट्टू घाट, पोखल और गरुड़ चट्टी क्षेत्रों में जेसीबी तैनात किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सोंग नदी पर बना एक पुल बह गया और मसूरी के निकट लोकप्रिय पर्यटन स्थल केम्प्टी फॉल खतरनाक तरीके से बह रहा है।