मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करना कितना जायज, उन्हें न्याय मिलेगा या नहीं?

मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता के खिलाफ गठित केस में उनकी गिरफ्तारी ने राजनीति के मैदान में हलचल मचा दी है। सिसोदिया के समर्थक उनकी गिरफ्तारी को राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं

Updated On: Feb 27, 2023 20:33 IST

Dastak Web Team

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जूली चौरसिया

मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता के खिलाफ गठित केस में उनकी गिरफ्तारी ने राजनीति के मैदान में हलचल मचा दी है। सिसोदिया के समर्थक उनकी गिरफ्तारी को राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं, जबकि उनके विरोधी उन्हें कानून की गिरफ्त में होने का जायज़ होना बता रहे हैं।

सिसोदिया को एक आपत्तिजनक जमीन विवाद में शामिल होने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जिसमें उनके और कुछ लोगों के बीच मकान की बिक्री से जुड़ी विवाद है। गिरफ्तारी के बाद, सिसोदिया के समर्थकों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने सिसोदिया की गिरफ्तारी को आपत्तिजनक बताया और उनके समर्थकों को रिहा करने की मांग की।

हालांकि, इस मामले में इस समय अभी अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। गिरफ्तारी के पीछे का सच और केस की विवरण के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।

गिरफ्तारी के बाद हुई गतिविधियों के दौरान सिसोदिया के समर्थकों ने आम आदमी पार्टी के स्थानीय छात्र संगठन चटरपटी के कार्यालय पर हमला कर दिया था, जिसमें कुछ लोगों को घायल होने की खबर है। इसके अलावा, उनके समर्थकों ने विभिन्न स्थानों पर रासुका करते हुए उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

आपत्तिजनक जमीन विवाद में सिसोदिया की गिरफ्तारी ने उन्हें राजनीति के मैदान में और विवादों के बीच में फंसाया हुआ दिखाया है। इस मामले में, विवादित जमीन के मालिक ने दावा किया है कि सिसोदिया ने जमीन की बिक्री के लिए वादे किए थे लेकिन बाद में उन्होंने उन वादों से पल्ला झाड़ दिया। सिसोदिया ने इस आरोप का खंडन किया है और कहा है कि उन्होंने जमीन की बिक्री से किसी तरह का लाभ नहीं हासिल किया है।

इस विवाद के बीच, सिसोदिया की गिरफ्तारी ने दिल्ली में राजनीति के मैदान में उन्हें और उनकी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया है।

सिसोदिया एक जनप्रतिनिधि हैं और उनके गिरफ्तारी की बात से दिल्ली सरकार में कई लोग चिंतित हैं। दिल्ली सरकार में सिसोदिया उपमुख्यमंत्री हैं और उन्हें काम करने के लिए काफी विश्वास है। इस विवाद में इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि सिसोदिया एक उम्मीदवार भी हैं जिन्हें लोग दिल्ली में अपना विश्वास देते हैं।

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इस मामले में, सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि उनके समर्थकों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ उपेक्षा की है। वे दावा कर रहे हैं कि उन्हें उनके समर्थकों द्वारा धक्का दिया गया था जबकि दिल्ली पुलिस के अनुसार, समर्थकों ने अपनी हिंसक आवाज़ का इस्तेमाल करके अपनी भीड़ को उकसाया था।

इस मामले में विवाद बढ़ता हुआ दिख रहा है और सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्याय मिलेगा या नहीं, यह समय ही बताएगा।

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