बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी में गड़बड़ी के लग रहे आरोपों पर पहली बार आरएसएस ने बचाव में बयान दिया। आरएसएस ने अपने बयान में कहा है कि पहले आरोप लगाने वाले ये साबित करें कि आरोप गंभीर हैं, प्रथम दृष्टया आरोप साबित होते हैं तभी जांच होनी चाहिए।
आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, “भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच आवश्यक होती है, जांच के हिसाब से जो भी कार्रवाई होनी चाहिए वो हो। लेकिन अगर आरोप प्रथम दृष्टया सिद्ध होने के बाद ही कार्रवाई कर सकते हैं। आरोप लगाने वाले सिद्ध करें कि प्रथम दृष्टया आरोप सिद्ध होते हैं या नहीं.”
आपको बता दें कि भोपाल में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है। इसी बैठक को लेकर मीडिया से बात करने आए होसबोले ने दूसरी बातों के अलावा इस मुद्दे पर बात की और अमित शाह के बेटे का बचाव किया.
आपको बता दे कि ‘द वायर’ में छपी खबर के मुताबिक 2004 में अमित शाह के बेटे जय शाह ने टेंपल इंटरप्राइज नाम की कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में अमित शाह की पत्नी सोनल शाह निदेशक बनीं। जिसके बाद 2013 तक कंपनी की कोई खास कमाई नहीं थी लेकिन केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ रुपए हो गया। वेबसाइट का दावा है कि एक साल में जय शाह की कंपनी का टर्नओवर 16,000 गुना बढ़ा।
इन आरोपों के बाद अमित शाह के बेटे जय अमित शाह ने संपत्ति की स्टोरी करने वाली ‘द वायर’ वेबसाइट के संपादक समेत सात लोगों के खिलाफ अहमदाबाद कोर्ट में आपराधिक मानहानि का केस किया है।
वहीं जय शाह ने बयान जारी कर कहा, ”लोगों के मन में ऐसी छवि बनाने की कोशिश की गई कि मेरे व्यवसाय में सफलता मेरे पिता अमित शाह की राजनीतिक हैसियत की वजह से है। मेरा व्यवसाय पूरी तरह से कानून का पालन करता है जो कि मेरे टैक्स रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन से पता चलता है.”