लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम हैकिंग को लेकर सियासत काफी गर्म है। इसी के चलते मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बड़ा बयान दिया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं साफ तौर पर बता देना चाहता हूं कि हम लोग बैलेट पेपर के जमाने में वापस नहीं जा रहे हैं। हम ईवीएम और वीवीपैट से ही चुनाव करवाना जारी रखेंगे। इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है।
Chief Election Commissioner of India Sunil Arora at an event in Delhi: I would like to make it very clear that we are not going back to the era of ballot papers. pic.twitter.com/60PS7tioSy
लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम हैकिंग को लेकर सियासत काफी गर्म है। इसी के चलते मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बड़ा बयान दिया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं साफ तौर पर बता देना चाहता हूं कि हम लोग बैलेट पेपर के जमाने में वापस नहीं जा रहे हैं। हम ईवीएम और वीवीपैट से ही चुनाव करवाना जारी रखेंगे। इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है।खबरों के अनुसार, सुनील अरोड़ा ने कहा कि हम लोग बैलेट पेपर के जमाने में वापस नहीं जा रहे हैं, हम ईवीएम और वीवीपैट को ही जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह की आलोचना और प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं, फिर चाहे वह किसी राजनीतिक दल के द्वारा ही की जा रही हो। उन्होंने कहा कि इसी के साथ ही में लगातार हो रही आलोचना के बावजूद ईवीएम और वीवीपैट को नहीं छोड़ेंगे और बैलेट पेपर के जमाने में नहीं जाएंगे।आपको बता दे कि अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट ने लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम में धांधली हुई थी, इसके अलावा 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था। इस खुलासे के बाद से ही कई विपक्षी पार्टियों ने कड़े सवाल खड़े किए थे।वहीं कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने कहा था कि एक्सपर्ट द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच होनी चाहिए. हालांकि, चुनाव आयोग ने इन दावों को निराधार बताया था। वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा गया था कि हैकर की ओर से किए जा रहे सभी दावे कांग्रेस प्रायोजित हैं।
— ANI (@ANI) January 24, 2019
खबरों के अनुसार, सुनील अरोड़ा ने कहा कि हम लोग बैलेट पेपर के जमाने में वापस नहीं जा रहे हैं, हम ईवीएम और वीवीपैट को ही जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह की आलोचना और प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं, फिर चाहे वह किसी राजनीतिक दल के द्वारा ही की जा रही हो। उन्होंने कहा कि इसी के साथ ही में लगातार हो रही आलोचना के बावजूद ईवीएम और वीवीपैट को नहीं छोड़ेंगे और बैलेट पेपर के जमाने में नहीं जाएंगे।
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