केंद्र सरकार पिछले साल 2022-23 में राष्ट्रीय Highway के निर्माण के लिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई। इस साल 12,500 किलोमीटर के लक्ष्य के मुकाबले सरकार सिर्फ 10,993 किलोमीटर National Highway बना पाई। इस तरह सरकार हर दिन 30 किलोमीटर बना सकती है। हालांकि, National Highway Projects के लिए ठेके देने में काफी सफलता मिली है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 में सरकार ने 12,500 किलोमीटर National Highway बनाने का लक्ष्य रखा था। यानी हर दिन सरकार को 34.24 किलोमीटर हाइवे बनाने पड़ते, लेकिन ये लक्ष्य पूरा नहीं हो सका।
आंकड़ों के मुताबिक-
आंकड़ों के मुताबिक, 31 मार्च, 2023 तक कुल 10,993 किलोमीटरHighway का निर्माण किया गया है। इस तरह, सरकार प्रति दिन औसतन 30.11 किमी Highway बनाने में सक्षम थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में 12,357 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का आवंटन (Awarded) किया गया था, जिनका औसत प्रतिदिन 33.85 किलोमीटर है।
महामारी के दौरान-
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने 13,327 किलोमीटर Highway का निर्माण किया, यानी हर दिन 37 किलोमीटर हाईवे बनाए गए। इसी तरह, 2021-22 में 10,457 किलोमीटर (26.64 किलोमीटर प्रतिदिन) और 2019-20 में 10,237 किलोमीटर (28 किलोमीटर प्रतिदिन) National Highway का निर्माण किया गया।
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अधिकारियों द्वारा निर्णय लेने में देरी-
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों द्वारा निर्णय लेने में देरी और अन्य कारणों से पिछले साल में राजमार्ग निर्माण के लिए निर्धारित किया गया लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2022 में एक ट्वीट के जरिए दावा किया था कि वर्ष 2022-23 में प्रतिदिन 50 किलोमीटर National Highway बनाने का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। यानी इस साल के लिए 18,250 किलोमीटर Highway बनाने का लक्ष्य रखा गया था।
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