मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकारों से बारिश के पानी को लेकर बातचीत करते हुए, दिल्ली और पंजाब की सरकारों को घिर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा, कि पिछले एक सप्ताह से प्राकृतिक आपदा आई हुई हैं। जिसकी वजह से चारों तरफ त्राहि और हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने बताया, कि पिछले साल बारिश की कुल औसत 145MM थी, लेकिन इस बार 245MM बारिश हो चुकी हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने यह भी बताया, कि हरियाणा में बारिश का पानी कंट्रोल में है। जबकि हरियाणा के पड़ोसी राज्यों में अधिक बरसात हुई है, हालांकि पहाड़ी इलाकों से पानी हरियाणा में आया है जिसका नुकसान दिल्ली, पंजाब और हरियाणा तीनों में हुआ है।
हिमाचल सरकार को मदद का दिया आश्वासन-
जानकारी के लिए आपको बता दें, कि इस बरसात से ज्यादा नुकसान हिमाचल प्रदेश में हुआ है। जिसको लेकर हरियाणा सरकार ने हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू से मनाली में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने को लेकर बातचीत की और हरियाणा सरकार ने हिमाचल को मदद का आश्वासन भी दिया है। जिसको लेकर हरियाणा CM ने कहा, कि कुछ बातें राजनीति से ऊपर उठकर मानवता के लिए होनी चाहिए।
पंजाब के CM को दिया मुंहतोड़ जवाब-
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के बयान का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा, कि पंजाब ना तो पानी दे सकता है और ना ही पानी को रोक सकता है। पंजाब का पानी अधूरी बनी एसवाईएल के जरिए आया और हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र जिले को डूब गया। जिसको लेकर हमने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। इसके साथ ही हरियाणा के सीएम पंजाब के सीएम को कहा, कि जब आप संविधानिक पद पर बैठते हैं, तब आपको हल्का मजाक नहीं करना चाहिए। जिसे आगे मनोहर लाल खट्टर ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा, कि पानी अपने प्राकृतिक बहाव से आता है और बात रही नुकसान करने की, तो यह कौन सा सिद्धांत है कि हम अपने जिले को डुबोंगे और फिर दिल्ली को डुबा देगें। यमुना नदी के पानी से दिल्ली का नुकसान हुआ है, तो हरियाणा के जिले में डूबे हैं। उन्होंने कहा कि यमुना नदी यमुनानगर से शुरू होकर करनाल, पानीपत और सोनीपत के बाद दिल्ली में आती है और वहां से फरीदाबाद और पलवल की तरफ जाती हैं। इसलिए दिल्ली को नुकसान होने से पहले हरियाणा को नुकसान होता है।
यह भी पढ़ें- Haryana को मिलने वाली है बड़ी सौगात, Delhi से Hisar तक चलाई जाएगी Superfast Train
350 क्यूसेक ज्यादा पानी देता हरियाणा-
हरियाणा के सीएम ने कहा, कि हरियाणा प्रदेश किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता। इसके विपरीत हरियाणा मदद करने के लिए सबसे आगे रहता है। उन्होंने कहा, कि जब दिल्ली को पानी की आवश्यकता होती हैं, तो हरियाणा अपने हिस्से का पानी दिल्ली को मुफ्त में देता है। दिल्ली का पानी में शेयर 750 क्यूसेक है, लेकिन हरियाणा दिल्ली को 1070 क्यूसेक पानी देता है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, पानी पर पहला हक पीने वाले का होता है, लेकिन कोर्ट की तरफ से अतिरिक्त पानी का भुगतान करने के निर्देश जारी किए हुए हैं। हरियाणा के सीएम ने कहा, कि दिल्ली सरकार आंख बंद करके बेशर्म बनी हुई हैं वह अतिरिक्त 320 क्यूसेक पानी के पैसे क्यों नहीं देता।
यह भी पढ़ें- Haryana: महिला ने बाढ़ का जायज़ा लेने पहुंचे विधायक को मारा थप्पड़, जानिए पूरा मामला