Earthquake in Delhi NCR: दिल्ली एनसीआर में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र फिर नेपाल ही था। आज आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.6 दर्ज की गई है। ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले सप्ताह नेपाल में कई जगहों पर भूकंप के झटके आए थे। नेपाल में पिछले शुक्रवार को आए भूकंप में सैकड़ो लोगों की मौत हुई और हजारों लोग प्रभावित हुए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेपाल दुनिया के सबसे सक्रिय टेक्टॉनिक क्षेत्र में से एक में मौजूद है, जो इसे भूकंप के प्रति बहुत संवेदनशील बनाता है।
भूकंप के झटके-
दिल्ली के अलावा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, यह 4:18 बजे आया था। इससे पहले शुक्रवार की देर रात भी भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई थी। जानकारी के मुताबिक देर रात 11:32 बजे भूकंप के झटके लगे, भूकंप का केंद्र नेपाल था। वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप क्यों आते हैं इसे समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा।
टेक्टोनिक प्लेट-
पृथ्वी टेक्टोनिक प्लेटों पर मौजूद है, इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टेक्टोनिक प्लेट तैरती रहती है। बहुत बार प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं, बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव बढ़ने की वजह से यह प्लेट टूटने लगती है। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकालने का रास्ता ढूंढती है।
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70 से ज्यादा भूकंप-
इसके बाद भूकंप आता है, आंकड़ों के मुताबिक नेपाल में पिछले 11 महीने में चार तीव्रता के ऊपर अब तक 70 से ज्यादा भूकंप आए हैं। इसमें पांच तीव्रता के 13 भूकंप आए थे और 6 भूकंप रिक्टर पैमाने पर छह या उससे ज्यादा तीव्रता के थे। 22 अक्टूबर को आए भूकंप की तीव्रता 6.1 दर्ज की गई थी। जिसकी वजह से काठमांडू में 20 मकान टूट गए और भयानक भूकंप साल 2015 में आया था, जिसकी तीव्रता 7.8 थी।
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