प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले ही भारत रत्न सम्मान का ऐलान किया है। सरकार ने यह एलान करके एक तीर से कई निशाने साधने का काम कर दिया है। सबसे पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की गई थी, जो कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बड़े नेताओं में से एक रहे हैं। इसके बाद सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की। वहीं अब शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन और नाम के ऐलान कर दिए। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक एमएसएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाने वाला है। नरसिम्हा राव ने महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया और इसकी संस्कृत और बौद्धिक विरासत को भी सम्मानित किया है।
चरण सिंह को भारत रत्न उनके अतुल्य योगदान के लिए समर्पित-
मोदी का कहना है कि नरसिम्हा राव के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी समृद्धि विकास के लिए एक ठोस नींव रखी है। प्रधानमंत्री का कहना है कि चरण सिंह को भारत रत्न उनके अतुल्य योगदान के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामीनाथन को कृषि और किसानों के कल्याण में देश के लिए योगदान दिया है। उन्होंने भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश की धरती के पुत्र हैं और उन्होंने किसानों के न्याय अधिकारों के लिए भी लड़ाई लड़ी। उन्होंने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत विधायक बनकर की थी। जिसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री बनकर देश के कामकाज संभाला था।
लोकसभा चुनाव में इसका फायदा बीजेपी को-
आपकी जानकारी के लिए बता दे साल 2019 और 2014 के लोकसभा चुनाव में RLD का 11 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले राष्ट्रीय लोक दल का खाता भी नहीं खुला था। बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि समाजवादी पार्टी और बसपा ने चार-चार सीटों पर कब्जा किया। अगर बीजेपी RLD के साथ जाती है तो निश्चित है कि बीजेपी को जाट लैंड में फायदा होगा। वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में 27 लोकसभा सीटें हैं। अगर बीजेपी में गठबंधन हो जाता है तो जाट वोट RLD को मिलेगा और इससे समाजवादी पार्टी और बहुजन पार्टी की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (Bharat Ratna) देने से जाट समुदाय काफी खुश है और वैसे लोकसभा चुनाव में भी इसका फायदा बीजेपी को हो सकता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में चरण सिंह की पहचान एक किसान नेता के रूप में भी है। सम्मान मिलने के बाद किसानों का रुख भी बीजेपी की ओर हो सकता है।
एक तीर से बहुत से निशानी साधे-
प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा को भारत रत्न देकर भाजपा सरकार ने एक तीर से बहुत से निशानी साधे हैं। एक तो नरसिम्हा राव को आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव रखने वाला माना जाता है। उन्होंने ही आर्थिक उदारीकरण को प्रभावित तरीके से लागू करवाया था। उनके द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के लिए खुली थी। हालांकि कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली से उनकी कुछ अलग ही अनबन थी। नरसिंह राव की मृत्यु के बाद उनके शव को कांग्रेस मुख्यालय में नहीं घुसने दिया गया था। राव को देश के एक विद्वान प्रधानमंत्री के तौर पर भी माना जाता है। साथ ही वह दक्षिण से आने वाले ताकतवर ब्राह्मण नेता के तौर पर स्थापित रह चुके हैं। उन्होंने पीएम बनने के बाद से ही यूपी चुनाव में जीत हासिल की। ऐसे में दक्षिण में अपनी ताकत बढ़ा रही भाजपा को इस फैसले से फायदा ही होगा।
ये भी पढ़ें- MOTN Survey: पीएम मोदी को राहुल गांधी दे सकते हैं टक्कर, यहां जानें क्या कहती है जनता
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में फायदा-
साथ ही राव को विद्यमान मानने वाले सवर्ण जाति के मतदाताओं में भी इसका अच्छा मैसेज जाएगा। इसके अलावा कांग्रेस की कथित परिवारवादी नीति के विरोध के लिए एक ताकतवर फैसले के तौर पर भी इसे माना जाएगा। नरसिंह राव को भारत रत्न (Bharat Ratna) देने से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में फायदा मिलने की उम्मीद है। वही डॉक्टर एस स्वामीनाथन की बात की जाए तो उन्होंने देश के कृषि क्षेत्र में अमूल्य योगदान देकर किसानों के कल्याण के लिए काम किया है।
उन्होंने चुनौती पूर्ण समय में भारत को कृषि में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रौद्योगिकी और आधुनिकरण के माध्यम में उन्होंने ही भारत को कृषि क्षेत्र में महान विकास लाने में योगदान दिया। डॉक्टर स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारतीय कृषि में बदलाव किया था। इतना ही नहीं उन्होंने खाद्य सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने में भी मदद की थीय़। डॉक्टर के इस कार्य के लिए उन्हें को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसी बीच किसानों से डॉक्टर स्वामी को भारत रत्न आयोग की सिफारिश से लागू करने की मांग की गई।
ये भी पढ़ें- जयंत चौधरी करेंगे BJP के साथ गठबंधन, कहा मैं मना कैसे..