कैसी है बद्री की लव स्टोरी
यह कहानी झांसी के रहने वाले साहूकार के बेटे बद्रीनाथ बंसल (वरुण धवन) की है जो अपने दोस्त की शादी में झांसी जाता है और वहां शादी के दौरान उसकी मुलकाता वैदेही त्रिवेदी (आलिया भट्ट) से होती है। बद्री का दिल वैदेही पर आ जाता है लेकिन वैदेही के अलग ही सपने हैं। बद्री बार-बार वैदेही को अपना बनाने के लिए तरह तरह की कोशिश करता है। कहानी झांसी से कोटा और कोटा से झांसी आती-जाती रहती है। फिर मुंबई होते हुए सिंगापुर भी पहुंचती है और उलझे हुए तरीके से खत्म होती है।
क्यों देखें –
फिल्म में लड़के-लड़की के बीच के अंतर और दहेज लेने-देने के मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है जो शायद आंखें खोलने का काम करे। फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है। शहरों की खूबसूरती को शशांक ने बखूबी दर्शाया है। ड्रोन कैमरे की वजह से कुछ सीन और भी दिलचस्प लगते हैं। फिल्म के गाने रिलीज से पहले ही हिट हैं। खासतौर पर माता की चौकी, भोजपुरी बेबी डॉल जैसे फिलर गाने भी मस्ती भरे हैं।
क्या रही चूक
फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी उलझी हुई कहानी है। लोकेशंस के बीच में घूमती कहानी कभी भटकी हुई तो कभी खिंची हुई महसूस होती है। सिंगापुर में शराब के नशे वाले सीन, फैमिली मीटिंग के सीन, सिंगापुर पुलिस का रवैया जैसे कई बनावटी लगते हैं। फिल्म में रोमांस, इमोशन और मस्ती दिखाने की कोशिश की गई है लेकिन असफल रही। लड़के-लड़की के बीच भेदभाव का मुद्दा भी उठाया गया है लेकिन जोरदार तरीके से इसे दिखाने में मेकर्स पूरी तरह कामयाब नहीं दिखते।
क्या फिल्म होगी बॉक्स ऑफिस हिट
करण जौहर के प्रोडक्शन की ज़्यादातर फिल्में कंट्रोल बजट में बनती हैं. इस फिल्म की लागत लगभग 47 करोड़ बताई जा रही है जिसमें 35 करोड़ फिल्म बनाने में और 12 करोड़ मार्केटिंग-प्रमोशन में लगे हैं। तो अगर फिल्म 70-75 करोड़ कमाती है तो कॉस्ट रिकवर कर लेगी। वहीं 80 करोड़ कमाने पर हिट और 115 करोड़ कमाई होने पर फिल्म सुपरहिट होगी।