सीरिया के आतंक प्रभावित क्षेत्र इडलिब प्रांत में केमिकल हमले में 11 बच्चों समेत 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी है। हादसे ने दुनिया को हिलाकर रख दिया। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में केमिकल हमले के बाद बच्चे और लोग तड़पते-बिलखते नजर आ रहे हैं। इस तरह के हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून में पूरी तरह से रोक लगाई हुई हैं। लोगों पर केमिकल का असर कम करने के लिए पानी डाला जा रहा है और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, 100 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मेडिकल टीम के मुताबिक हमले की चपेट में आए लोगों को सांस लेने में दिक्कत, उल्टी होना और मुंह से झाग निकलना जैसी समस्याएं हो रही है। कई लोग बेहोश भी हो गए।
संयुक्त राष्ट्र संघ समेत तमाम देशों ने केमिकल हमले की निंदा की है। सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने इस हमले के लिए विद्रोही संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन सीरिया के विपक्षी गुट सीरियन नेशनल कॉलिजन का कहना है कि इस हमले को बशर सरकार ने अंजाम दिया। गुट ने यह भी कहा कि 2013 में भी सरकार ने इसी तरह का केमिकल हमला किया था। हालांकि फिलहाल यह इस स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हमला किसने किया।