जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के थाथरी कस्बे में आज सुबह बादल फटने से आई आकस्मिक बाढ़ में बटोटे-किश्तवार राष्ट्रीय राजमार्ग से लगने वाले कई इलाके डूब गए। बाढ़ के कारण आधा दर्जन घर बह गए जबकि कई लोग फंस हुए हैं। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है।
मलबे के नीचे से 12 वर्षीय एक लड़के समेत छह लोगों को बचाया गया है। लड़के के माता-पिता की तलाश जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘कल देर रात दो बजकर बीस मिनट पर थाथरी कस्बे में बादल फटने से आकस्मिक बाढ़ आ गई जिसके चलते कस्बे के निकट जमाई मस्जिद इलाके में बहने वाले ‘नाले’ का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया।
डोडा का पुलिस उपाधीक्षक इफ्तखार अहमद ने कहा कि बादल फटने के बाद नाले में पानी का स्तर और गाद अचानक बढ़ गया। इसमें मुख्य बाजार की ओर इसके रास्ते में आने वाले कई ढांचे बह गए। इससे हुई हानि का तत्काल पता नहीं लगाया जा सकता।
अहमद ने कहा, ‘‘बचाव अभियान अभी चल ही रहा है ऐसे में बीच में हम जान-माल के नुकसान का आकलन नहीं कर सकते। हम मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक 12 वर्षीय एक बच्चे को बचाया जा सका है। उन्होंने कहा कि कई लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं और लोगों के मरने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन ने पुलिस और सेना के साथ मिलकर युद्धस्तर पर बचाव अभियान शुरू कर दिया है। थाथरी के तहसीलदार परवेज अहमद ने कहा, ‘‘हमने एक परिवार के पांच सदस्यों और 12 वर्षीय एक बच्चे को बचाया है। उसे थाथरी के एक अस्पताल में भर्ती करवाया है। परिवार के तीन सदस्यों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है। उन्हें बचाने के लिए हम मलबा हटाने की कोशिश कर रहे हैं।