हरियाणा में हुई भारी हिंसा की शुरुआत Gurmeet Ram Rahim की सुरक्षा में तैनात सरकारी कमांडो ने की थी। इस मामले 6 पुलिसकर्मियों सहित राम रहीम के 2 प्राइवेट गार्ड के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है।
राम रहीम को जेल ले जाने से मना कर दिया था। इसकी जानकारी पंचकूला के पुलिस कमिश्नर एएस चावला ने दी है। इन लोगों पर पंचकूला के सेक्टर-8 थाने में केस दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि इन्हीं 8 लोगों ने सबसे पहले हिंसा की शुरुआत की थी। इन लोगों ने सीबीआई कोर्ट द्वारा रेप के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को जेल ले जाने से मना कर दिया था।
पंजाब और हरियाणा में धारा 144 लगाने को लेकर झूठ बोला। वहीं पंचकूला के हटाए गए डीसीपी अशोक कुमार ने भारी हिंसा के बावजूद धारा 144 नहीं लगाई थी। उन्होंने पंजाब और हरियाणा में धारा 144 लगाने को लेकर झूठ बोला था। वहीं हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राम निवास ने भी माना है कि पंचकूला में धारा 144 नहीं लगी थी और अंबाला के कमिश्नर विवेक जोशी को पंचकूला का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। दूसरी ओर हरियाणा की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर आज पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की संपूर्ण बेंच की सुनवाई होने जा रही है।