हनीप्रीत इंसां का मोबाइल फोन आखिरकार पंचकूला पुलिस के कब्जे में आ गया है। 9 घंटे की पूछताछ के बाद हनीप्रीत का मोबाइल फोन पंचकूला पुलिस की एसआईटी को सौंप दिया गया है। हालांकि जिस फोन की मदद से पुलिस राम रहीम की साजिशों का पर्दाफाश करने की सोच रही थी, उस फोन के काफी डेटा गायब कर दिए गए हैं।
ऐसा माना जा रहा था कि हनीप्रीत के मोबाइल में डेरा प्रमुख राम रहीम के कई राज छुपे हैं। ऐसे में पुलिस को उम्मीद थी कि फोन बरामद होने के बाद उससे कई साजिशों का पर्दाफाश होगा। विपासना इंसां ने शुक्रवार को हनीप्रीत का जो मोबाइल फोन पुलिस को सौंपा था वह दरअसल iPhone है। इस मोबाइल फोन में फिंगर सिक्योरिटी लॉक का इस्तेमाल किया गया है, जो सिर्फ हनीप्रीत के फिंगर प्रिंट से ही खुलता है।
हनीप्रीत से की गई पूछताछ में एसआईटी के सदस्यों ने उससे उसका फोन चार बार अनलॉक करवाया। मोबाइल फोन की शुरुआती जांच से यह पता चला है कि उसके ज्यादातर डाटा डिलीट कर दिए गए हैं। फोन के आईक्लाउड खाते से भी डाटा नष्ट किऐ गए हैं।
इसके बारे में जब हनीप्रीत से पुछा गया तो उसने पुलिस को बताया कि उसे नहीं मालूम उसके फोन का डेटा कब और किसने डिलीट किया है। अब सवाल ये उठता है कि जब फोन हनीप्रीत के फिंगर प्रिंट से ही खुलता है तो फिर उसका डाटा भी उसी ने डिलीट किया होगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार हनीप्रीत ने विपासना को मोबाइल फोन सौंपने से पहले ही उसकी फाइल्स नष्ट कर दी होंगी।
पुलिस ने हनीप्रीत के आईफोन को साइबर लैब में भेज दिया है। अब इस फोन से डाटा रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का मानना है कि हनीप्रीत ने इसी मोबाइल फोन के जरिए भड़काऊ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की थी।