अजय चौधरी
फरीदाबाद। ठिठुरती सर्दी का मौसम शुरु हो चुका है। ऐसे में बेघर और झुग्गी झोपडी में रहने वाले गरीब और बेसहारा लोगों के लिए वाईएमसीए यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं ने “जोय ऑफ गिविंग” नाम से एक अभियान चला इन लोगों की मदद करने का जिम्मा उठाया है। डीन स्टूडेंट वैलफेयर प्रोग्राम के तहत वाईएमसीए यूनिवर्सिटी डा. नरेश चौहान के नेतृत्व में छात्रों को सामाजिक कार्य करने के लिए प्रोतसाहित कर रही है। छात्र इस अभियान के तहत घर घर जाकर लोगों से कपडे और अन्य सामन जैसे पुराने जूते और किताबें आदि एकत्रित कर रहे हैं जो गरीब लोगों के काम आ सके। छात्रों के जज्बे को देखते हुए यूनिवर्सिटी भी उनका इस नेक काम में भरपूर सहयोग कर रही है। इसके लिए यूनिवर्सिटी के शकुंतलम चौक पर नेकी की दिवार बनाई गई है। यहां स्टॉल लगा कपडे और किताबें एकत्रित की जा रही है। वाईस चांसलर प्रो दिनेश कुमार ने छात्रों के इस अभियान को सराहा है और इसे प्रेरणादायी बताया है।
क्या है जॉय ऑफ गिविंग और कैसे करते हैं काम
यूनिवर्सिटी की बीटेक की छात्रा गीतु नागर ने बताया कि 2012 में वाईएमसीए के छात्रों ने जोय ऑफ गिविंग नाम से इस अभियान की शुरुआत की थी। तभी से ये अभियान चला आ रहा है। लेकिन अब इसमें एक नया रुप देने की कोशिश की गई है। अब इस अभियान में हमने फरीदाबाद के लोगों को भी शामिल किया है। हम डोर टू डोर कैंपेन के तहत लोगों के घर जा रहे हैं और उनसे गैरजरुरी समान और कपडे देने का अनुरोध कर रहे हैं। इसके बाद एक उपयुक्त स्थान चुन रविवार के दिन सेक्टर एरिया में एक बूथ लगा दिया जाता है। अलग अलग एरिया में लगे बूथों से कपडे एकत्रित कर उन्हें यूनिवर्सिटी में लाया जाता है। फिर यहां उनकी बच्चों, बडे बुजुर्गों और जरुरत के मुताबिक छंटनी की जाती है। इसके बाद इन कपडों को जरुरतमंदों तक पहुंचा दिया जाता है।
कहां कहां चलाया जा रहा है अभियान
बीटेक के ही छात्र विकास वर्मा ने बताया कि जोय ऑफ गिविंग के तहत हमने सेक्टर 10 के आजाद पार्क, सेक्टर 11 के छोटूराम पार्क और सेक्टर सात की हुडा मार्किट में कलेक्शन बूथ लगाए थे। जहां से कपडे एकत्रित किए गए हैं। इन कपडों को एनआईटी एरिया के स्लम एरिया में बांटा जा रहा है। विकास ने बताया कि इस अभियान के तहत जल्द ही शहर के अन्य क्षेत्रों में भी कलेक्शन बूथ लगाए जाएंगे।
वहीं कार्यक्रम की संयोजक डा. सोनिया बंसल ने बताया कि डीन स्टूडेंट वैलफेयर प्रोग्राम के तहत छात्र समाज में अपना योगादान दे रहे हैं। हम जोय ऑफ गिविंग अभियान में कपडें आदि के अलावा जल्द ही पंखे और फर्निचर का अन्य सामान भी शामिल करने जा रहे हैं। ताकि जिन स्कूलों में पंखे और फर्निचर की कमी है वो पूरी की जा सके। इसके लिए यूनिवर्सिटी में रखे पुराने फर्निचर को को हम ऐसे स्कूलों में दान करेंगे। डा. सोनिया ने बताया कि हमारी कोशिश होगी कि यूनिवर्सिटी कैंपस में बनाई गई नेकी की दिवार पूरे वर्ष रहे ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में डोनेट करने के लिए चीजें एकत्रित की जा सकें। उन्होंने कहा कि अगले साल हम जोय ऑफ गिविंग अभियान समेस्टेर की शुरुआत से ही चलाने की योजना है ताकि हम इस अभियान को पूरे फरीदाबाद को जोड सकें।