सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के सभी नेताओं की मौजूदगी में राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाल ली है । इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक दिन है। इससे पहले राहुल गांधी ने विजय दिवस के दिन 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में शहीद हुए सैनिकों श्रद्धांजलि दी है। राहुल ने ट्विटर पर लिखा, आओ हम सब उन सैनिकों को याद करें, जो हर दिन भारत की स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं। इस मौके पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी ने कहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यह स्वीकारना आसान नहीं होगा कि सोनिया गांधी राजनीति से रिटायर हो रही हैं। गौरतलब है कि राहुल गांधी को 11 दिसंबर को कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुन लिए गया था। राहुल गांधी ने 4 दिसंबर को इस पद के चुनाव में नामांकन किया था। राहुल के पक्ष में 86 लोगों ने प्रस्ताव किया था। उनके अलावा किसी और का नामांकन नहीं था। राहुल की ताजपोशी के एक दिन बाद ही गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे जिसमें उन्होंने पूरा ज़ोर लगाया। नतीजों को उनकी ताजपोशी से जोड़कर देखा जाएगा।
सोनोया गाँधी कांग्रेस के नेताओ से बधाई लेते वक्त कहा कि राहुल गाँधी पिछले तीन सालो से कांग्रेस पार्टी में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे है और पार्टी के महत्वपूर्ण फसलो में अपनी अहम् भूमिका निभा रहे है वाही राहुल गाँधी से पूछे जाने पर राहुल गांघी खामोश रहे। वहीं सोनिया गाँधी के रिटायर्मेंट वाली बात कहे जाने के बाद से ही इस बात की चर्चा की जा रही है। की रायबरेली सीट में अब कौन लोकसभा का चुनाव लड़ेगा। इसकी चर्चा रायबरेली में भी है।
गुजरात चुनाव में राहुल गाँधी अध्यक्ष बनाने के पीछे कांग्रेस का बड़ा दाव माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है की गुजरात चुनाव में कांग्रेस हारे या जीते इसका फायदा राहुल गांधी को ही होगा। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री का कहना है कि राहुल गाँधी कोंग्रेस पार्टी के डार्लिंग है और पार्टी के कमान को अच्छे तरह से सम्भालेगे। राहुल गांघी के सामने अभी गुजरात चुनाव जीतने के अलावा कर्नाटक,मिजोरम ,मेघालय ,पुदुचेरी ,हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाये रखने की चुनैती है।