गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुई बीजेपी की जीत से गदगद हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा की जीत को विकास की जीत करार दिया है। अमित शाह ने कहा कि ये राजवंश और ध्रुवीकरण पर विकास की जीत है। अमित शाह ने इस जीत पर गुजरात और हिमाचल की जनता का धन्यवाद किया। अमित शाह नई दिल्ली में चुनाव परिणामों के बाद एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 2019 का लोकसभा चुनाव लडेगी और हमें एक बार फिर लोगों का प्यार मिलेगा। शाह ने कहा कि मोदी जी का देश के युवाओं को लेकर देखा गया सपना 2022 तक सच हो जाएगा। शाह ने कहा कि हम आने वाले 4 विधानसभा चुनावों में जिसमें कर्नाटक भी शामिल है में जीत हासिल करेंगे।
वहीं कांग्रेस को मिली सीटों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि हमारे वोट प्रतिशत में बढोतरी हुई है। हम करीब से चुनाव नहीं जीत रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा की ये जीत उन सभी पार्टियों के लिए सबक है जो देश में ध्रुवीकरण और जातीवाद की राजनीति कर रही हैं।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी हार स्वीकार करते हुए दोनों राज्य की नई सरकारों को बधाई दी है। साथ ही राहुल ने उनपर प्यार जताने के लिए गुजरात और हिमाचल प्रदेश की जनता का धन्यवाद किया है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में भाजपा जीत की तरफ बढ़ रही है और हिमाचल प्रदेश में भी वह सत्ता में आती हुई दिख रही है। गुजरात में अब तक 143 सीटों के नतीजे आए हैं। भाजपा ने 74, कांग्रेस ने 65 और अन्य ने 4 सीटें जीत ली हैं। शेष सीटों पर चुनाव परिणाम कुछ देर में घोषित कर दिए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने 29 सीटों के घोषित परिणामों में से 19 सीटें जीत ली हैं। कांग्रेस ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि एक सीट अन्य के खाते में गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव नतीजों पर ट्वीट करते हुए हर्ष व्यक्त किया है। मोदी ने ट्वीट में कहा, ”गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के परिणाम से गुड गर्वनेंस और विकास की राजनीति को तगड़ा समर्थन दिखाते हैं। मैं इन राज्यों में कड़ी मेहनत करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को सलाम करता हूं।” गुजरात और हिमाचल प्रदेश मतगणना के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बीच कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। राहुल ने 16 दिसंबर को आधिकारिक रूप से पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभालने से पहले गुजरात में व्यापक चुनाव प्रचार किया था। सोनिया और प्रियंका से मिलने के बाद राहुल गांधी संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए संसद भी गए थे।