उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले के बरडिहा गांव में बृहस्पतिवार रात करीब तीन बजे एक झोपड़ी में आग लगने से दंपती और उनकी दो नाबालिग बेटियों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि एक दर्जन पशु भी झुलस गए। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और शवों के कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। साथ ही मृतकों के परिजनों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
रौनापार थाना क्षेत्र के बरडिहा दलित बस्ती निवासी रामसागर (52) अपने परिवार के साथ झोपड़ी में रहते थे। गुरूवार की शाम पूरा परिवार खाना खाने के बाद सो गया। देर रात करीब तीन बजे आचानक झोपड़ी में आग लग गयी। जिसमें रामसागर और उसकी पत्नी प्रभावती (45), बेटियां संगीता (13) और चन्द्रशीला (17) की जलकर मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप में झुलसे रामसागर ने जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। इसके साथ ही बगल की झोपड़ी में बंधी एक गाय, बछड़ा सहित एक दर्जन बकरियां झुलस गयीं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।
शुक्रवार सुबह मौके पर उपजिलाधिकारी रविरंजन, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुधीर सिंह अपनी टीम के साथ पहुंचकर झुलसे पशुओं का उपचार किया। वहीं, उपजिलाधिकारी ने पीडित परिजनों की हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया है।
जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि घटना बेहद ही दुखद है। प्रशासन पीड़ित परिजनों की हर सम्भव मदद करेगा। आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया यह बताया जा रहा है पशुओं को ठंड से बचाने के लिए आग जला कर रखी गयी थी। इसी कारण यह घटना हुई।