गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी की मंगलवार को राजधानी दिल्ली में होने वाली युवा हुंकार रैली को लेकर विवाद हो गया है। पुलिस ने नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल रैली के आदेशों का हवाला देते हुए रैली की इजाजत देने से इनकार कर दिया है, जबकि रैली का आयोजन करने वाले संगठन और जिग्नेश रैली करने पर अड़ गए हैं। ऐसे में रैली को लेकर टकराव के हालात पैदा हो सकते हैं। किसी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
Delhi: Heavy security deployed ahead of Jignesh Mevani's 'Yuva Hunkar Rally' to be held at Parliament Street. Delhi Police has denied permission to hold the event. pic.twitter.com/7Q8CO9tqVg
— ANI (@ANI) January 9, 2018
आपको बता दें कि रैली के आयोजन को लेकर विवाद उसी दिन से शुरू हो गया था, जब से इसकी घोषणा की गई थी। आयोजकों में से एक और जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडेय ने कहा, ‘2 जनवरी को रैली की घोषणा किए जाने के बाद से मेवाणी को एक देशद्रोही और शहरी नक्सली बताने वाले पोस्टरों पर बहुत सारा पैसा खर्च किया गया है। रैली पूर्व निर्धारित समय पर ही होगी।’ इस बीच संसद मार्ग के नजदीक कुछ पोस्टर्स लगाए गए हैं जिनमें मेवाणी को भगोड़ा बताया गया है।
Delhi: Posters seen in Parliament Street area ahead of Jignesh Mevani's 'Yuva Hunkar Rally'. pic.twitter.com/pp8kamTKmy
— ANI (@ANI) January 9, 2018
इससे पहले पुणे के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा और उसके बाद हुए बवाल को लेकर जिग्नेश मेवाणी पर भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज किया गया है। इसे लेकर मेवाणी ने दिल्ली में हुंकार रैली करने का ऐलान करते हुए कहा था कि वह एक हाथ में मनुस्मृति और एक हाथ में संविधान की प्रति लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय जाएंगे और पीएम मोदी से कहेंगे कि वह दोनों में से किसी एक को चुनें। मेवाणी ने कहा था कि गुजरात में 150 सीटों का दम भरने वाली बीजेपी 99 पर सिमट गई, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।