फॉइल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्साल बन चुकी है। खाना पैक करने के साथ ही सब्जिायों, चिकन और मछली को ग्रिल करने के काम में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इन सबके बीच हम एक अहम चीज भूल जाते हैं। जी हां, लंबे समय तक एल्यूरमिनियम फॉइल में खाना रखने से वह खराब हो जाता है और उसके पोषक तत्व भी मर जाते हैं। यही नहीं एल्यूसमिनयम फॉइल में खाना गर्म करना और भी नुकसानदेह है। मसालेदार खाने में इसका दुष्प्र भाव सबसे ज्याैदा पड़ता है। इस तरह का खाना एल्यूॉमिनीयम फॉइल को अच्छी तरह आवसोषित कर लेता है। यही वजह है कि एल्यूनमिनियम फॉइल में खाना बनाने की सलाह नहीं दी जाती है।
एल्यूंमीनियम के बर्तन सस्तेा होते हैं और उन्हेंर साफ करना भी आसान होता है। यही वजह है कि विकासशील देशों में खाना बनाने के लिए सबसे ज्या दा एल्यूेमिनीयम के बर्तनों का इस्तेैमाल होता है। हालांकि एल्यूखमिनीयम के बर्तनों में खाना बनाने में कोई नुकसान नहीं है, लेकिन एल्यूामिनीयम फॉइल में खाना बनाना या पैक करना आपकी हेल्थे के लिए ठीक नहीं है।
किस तरह सेहत को प्रभावित करता है एल्यूामिनियम?
एल्यूरमिनीयम बड़ी आसानी से मल के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। ऐसे में थोड़ा-बहुत इसका सेवन शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। लेकिन ज्यासदातर लोग तय सीमा से ज्याबदा एल्यूडमिनियम का सेवन कर लेते हैं। मक्काि, नमक, पीली चीज़, हर्ब्स, मसालों और चाय इन सब में एल्यूेमिनीयम पाया जाता है। यहां तक कि पानी की सफाई के लिए एल्यूयममिनियम सल्फेबट का इस्तोमाल किया जाता है।
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि जो लोग अल्जा इमर से पीड़ित हैं उनके ब्रेन टिश्यून में एल्यूलमिनियम की बहुत ज्यािदा मात्रा पाई गई है। कुछ शोधों में इस बात का खुलासा भी हुआ है कि एल्यू्मिनीयम दिमाग के विकास को प्रभावित कर सकता है। साथ ही जिन लोगों को हड्डिोयों से संबंधीत बीमारियां हैं उनके लिए भी यह नुकसानदेह है।
क्योंी न करें खाना बनाने के लिए एल्यूबममिनीयम फॉइल का इस्ते माल?
वर्ल्ड हेल्थर ऑर्गेनाइजेशन की रिर्पोट के मुताबिक एल्यूॉमिनीयम फॉइल में पका खाना जरूरत से ज्या दा एल्यूथमिनीयम खींच लेता है। मसालेदार खाने में तो यह मात्रा और भी ज्याोदा होती है।
कांच के बर्तनों का इस्तेेमाल
विशेषज्ञों का मानना है कि बेकिंग के लिए एल्यूोमिनीयम के बजाए कांच के बर्तनों का इस्ते माल करना चाहिए।
कैसे करें एल्यूकमिनीयम फॉइल का इस्तेोमाल?
एल्यूकमिनिय म फॉइल में ठंडा खाना ही पैक करना चाहिए वो भी कम समय के लिए। खाना जितना ज्यासदा मसालेदार होगा एल्यूकमिनीयम का अवशोषण उतना ज्यानदा होगा।
एल्यूकमिनीयम के बर्तनों में ऊपर से एक परत होती है, जो खाने को खराब होने से रोकती है। हालांकि बार-बार बर्तन धोने से यह परत हट जाती है। इससे बचने के लिए एल्यूहमिनीयम के बर्तन में पहली पानी उबाल लें। ऐसा करने से बर्तन साफ भी हो जाएगा और फिर खाना पकाने पर वह एल्यूबमिनीयम को अवशोसित भी नहीं करेगा।