By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Thursday, 16 Oct 2025
  • MY BOOKMARK
  • INTERESTSNew
  • CONTACT US
  • BLOG INDEX
Subscribe
Dastak India Transparent mobile new logo
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • अन्य
    • खेल
    • विचार
    • हरियाणा
  • 🔥
  • देश
  • होम
  • मनोरंजन
  • social media
  • टेक
  • bjp
  • खेल
  • video
  • police
  • bollywood
Font ResizerAa
Dastak IndiaDastak India
  • होम
  • देश
  • टेक
  • ऑटो
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • बिजनेस
  • दुनिया
  • वीडियो
  • धर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विचार
Search
  • My Interests
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Dastak India. All Rights Reserved.
Dastak India > Home > लाइफस्टाइल > क्‍या एल्‍यूम‍िन‍ियम फॉइल में खाना पैक करना ठीक है ?
लाइफस्टाइल

क्‍या एल्‍यूम‍िन‍ियम फॉइल में खाना पैक करना ठीक है ?

dastak
Last updated: January 12, 2018 9:40 am
dastak
Share
SHARE

फॉइल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्साल बन चुकी है। खाना पैक करने के साथ ही सब्जिायों, चिकन और मछली को ग्रिल करने के काम में भी इसका इस्ते‍माल किया जाता है। हालांकि इन सबके बीच हम एक अहम चीज भूल जाते हैं। जी हां, लंबे समय तक एल्यूरमिनियम फॉइल में खाना रखने से वह खराब हो जाता है और उसके पोषक तत्व भी मर जाते हैं। यही नहीं एल्यूसमिनयम फॉइल में खाना गर्म करना और भी नुकसानदेह है। मसालेदार खाने में इसका दुष्प्र भाव सबसे ज्याैदा पड़ता है। इस तरह का खाना एल्यूॉमिनीयम फॉइल को अच्छी तरह आवसोषित कर लेता है। यही वजह है कि एल्यूनमिनियम फॉइल में खाना बनाने की सलाह नहीं दी जाती है।

एल्यूंमीनियम के बर्तन सस्तेा होते हैं और उन्हेंर साफ करना भी आसान होता है। यही वजह है कि विकासशील देशों में खाना बनाने के लिए सबसे ज्या दा एल्यूेमिनीयम के बर्तनों का इस्तेैमाल होता है। हालांकि एल्यूखमिनीयम के बर्तनों में खाना बनाने में कोई नुकसान नहीं है, लेकिन एल्यूामिनीयम फॉइल में खाना बनाना या पैक करना आपकी हेल्थे के लिए ठीक नहीं है।Image result for aluminium pic with bread bounding

किस तरह सेहत को प्रभावित करता है एल्यूामिनियम?
एल्यूरमिनीयम बड़ी आसानी से मल के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। ऐसे में थोड़ा-बहुत इसका सेवन शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। लेकिन ज्यासदातर लोग तय सीमा से ज्याबदा एल्यूडमिनियम का सेवन कर लेते हैं। मक्काि, नमक, पीली चीज़, हर्ब्स؁, मसालों और चाय इन सब में एल्यूेमिनीयम पाया जाता है। यहां तक कि पानी की सफाई के लिए एल्यूयममिनियम सल्फेबट का इस्तोमाल किया जाता है।

आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि जो लोग अल्जा इमर से पीड़ित हैं उनके ब्रेन टिश्यून में एल्यूलमिनियम की बहुत ज्यािदा मात्रा पाई गई है। कुछ शोधों में इस बात का खुलासा भी हुआ है कि एल्यू्मिनीयम दिमाग के विकास को प्रभावित कर सकता है। साथ ही जिन लोगों को हड्डिोयों से संबंधीत बीमारियां हैं उनके लिए भी यह नुकसानदेह है।

क्योंी न करें खाना बनाने के लिए एल्यूबममिनीयम फॉइल का इस्ते माल?
वर्ल्ड हेल्थर ऑर्गेनाइजेशन की रिर्पोट के मुताबिक एल्यूॉमिनीयम फॉइल में पका खाना जरूरत से ज्या दा एल्यूथमिनीयम खींच लेता है। मसालेदार खाने में तो यह मात्रा और भी ज्याोदा होती है।

कांच के बर्तनों का इस्तेेमाल
विशेषज्ञों का मानना है कि बेकिंग के लिए एल्यूोमिनीयम के बजाए कांच के बर्तनों का इस्ते माल करना चाहिए।

कैसे करें एल्यूकमिनीयम फॉइल का इस्तेोमाल?
एल्यूकमिनिय म फॉइल में ठंडा खाना ही पैक करना चाहिए वो भी कम समय के लिए। खाना जितना ज्यासदा मसालेदार होगा एल्यूकमिनीयम का अवशोषण उतना ज्यानदा होगा।

एल्यूकमिनीयम के बर्तनों में ऊपर से एक परत होती है, जो खाने को खराब होने से रोकती है। हालांकि बार-बार बर्तन धोने से यह परत हट जाती है। इससे बचने के लिए एल्यूहमिनीयम के बर्तन में पहली पानी उबाल लें। ऐसा करने से बर्तन साफ भी हो जाएगा और फिर खाना पकाने पर वह एल्यूबमिनीयम को अवशोसित भी नहीं करेगा।

TAGGED:dangereffectivefoodHealthherbsLOSSVESSELअल्जेमरएल्यूममिनीयमकाली मिर्चखाना पैकज़हरीलेनमकबर्तनमक्कामसालेदार खाने
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
By dastak
Follow:
Dastak India Editorial Team
Previous Article रिसर्च: टॉयलेट सीट से कई गुना गंदी हो सकती है आपकी चाय!
Next Article भारत ने कहा, पाकिस्तान के साथ आतंक पर हो सकती है बातचीत

दस्तक इंडिया की खबरों की समझ

दस्तक इंडिया मीडिया समूह समझता है कि सोशल मीडिया के इस जमाने में आपके पास ब्रेकिंग न्यूज के काफी विकल्प हैं। इसलिए हम उनपर फोकस न करते हुए आपके लिए इनसाइड स्टोरी पर ज्यादा जोर देते हैं, क्योंकि वो आपको कोई नहीं बताता। इसके अलावा हम आपको धर्म, लाईफस्टाईल, टेक और ऑटो जैसी कटैगरी की खबरें भी आप तक पहुंचाते हैं।
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow
- Advertisement -
Ad image

Popular Posts

10 साल से कोमा मे रह रही महिला ने दिया एक बच्ची को जन्म, यौन उत्पीड़न का मामला

एरिज़ोना की फीनिक्स पुलिस शनिवार को एक यौन उत्पीड़न की खबरों की जांच कर रही है…

By Dastak Web Team

Jodhpur: सांप को आया गुस्सा, सेल्फी लेने वाले की ली जान

सांप के साथ सेल्फी लेना कितना खतरनाक साबित हो सकता है ये बाबुलाल ने सोचा…

By dastak

बैठक को छोड़ने का पहले ही बनाया था ममता बनर्जी ने प्लान? सुर्खियां बटोरने के लिए..

शनिवार को नीति आयोग की बैठक में शामिल हुईं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बैठक को…

By Dastak Web Team

आप ये भी पढ़ें

धर्मलाइफस्टाइल

Sawan 2025: पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए महिलाएं करें ये खास उपाय

By रुचि झा
लाइफस्टाइल

पैरों में दिखने वाले ये 6 संकेत कर सकते हैं Liver Damage symptoms का इशारा

By रुचि झा
लाइफस्टाइल

Asthma Risk in Children: भारत के 1.5 करोड़ बच्चे अस्थमा के खतरे में, जाने कारण

By रुचि झा
लाइफस्टाइल

what causes hiccups: हिचकी से राहत के लिए अपनाएं ये 7 असरदार फूड्स

By रुचि झा
Dastak Logo Small
Facebook Twitter Google-plus Wordpress Wordpress

About US

दस्तक इंडिया एक डेडिकेटेड इंडिपेंडेंट खबर वेबसाइट है जहाँ हमलोग ताजा खबरें देश, विदेश ओर बिज़नेस, एंटरटेनमेंट ट्रेवल, रिलिजन, जीवन शैली, क्राइम, राजनीती, इत्यादि आप तक पहुंचाते हैं।

हम लोग एक टीम है पत्रकारिता से जुड़े हुए जिनका मक़सद है लोगों तक सही खबर पहुंचना बिना किसी डर , बिना किसी के फेवर किये हुए।

© Dastak India News Website. All Rights Reserved.

 

Contact Us

Disclaimer 

Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Email Address*

I accept the terms and conditions

Zero spam, Unsubscribe at any buzzstream.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?