बिहार के कद्दावर नेता और हो गया। दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान कल देर रात उनका निधनं हो गया।
शिवहर के अम्बाकला निवासी रघुनाथ झा 78 साल के थे। वे बिहार के राजनीति के एक प्रमुख हस्ती थे। उनका 37 वर्षों का संसदीय जीवन यहां है। वे लगातार छह वार शिवहर से विधायक और दो बार क्रमशः गोपालगंज ओर बेतिया से सांसद रहे। बिहार सरकार ने डेढ़ दर्जन से अधिक विभागों के मंत्री रहे। इसके अलावा वे केन्द्र में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने भारी उद्योग राज्य मंत्री रहे।
स्व. झा जनता दल के गठन के बाद उसके प्रथम प्रदेश अध्यक्ष के साथ साथ सजपा ओर समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। साथ ही जनता विधानमंडल दल के नेता और जनता दल और समता पार्टी दल के मुख्य सचेतक भी रहे थे। वे 1990 में मुख्यमंत्री पद का चुनाव भी लडा था तथा लालू प्रसाद को मुख्यमंत्री बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शिवहर जिला के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्व. झा अपने पिछे एक पुत्र और पुत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन की खबर सुनते ही उसके समर्थकों ने शोक की लहर दौड़ गई है।
जानें उनका राजनीतिक सफर
- वर्ष 1969 में शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड के अम्बा कला पंचायत से मुखिया
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19776 में सीतामढ़ी जिला परिषद के अध्यक्ष
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1972 से 1998 तक शिवहर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह वार विधायक
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1999 से 2004 तक समता पार्टी के टिकट पर गोपालगंज से सांसद
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2004 से 2009 तक बेतिया से राजद के टिकट पर सांसद
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1980 पहली बार डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र के मुख्यमंत्रित्व काल में बिहार सरकार में मंत्री बने
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उस समय 1983 तक पीडब्ल्यूडी शिक्षा एवं एक राज्य मंत्री रहे
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1985 में जनता पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए और जनता विधानमंडल दल के नेता निर्वाचित किए गए
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1989 जनता दल के गठन बाद पार्टी के पहले प्रदेशाध्यक्ष बने
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1990 में हुए मुख्यमंत्री के चुनाव में जनता दल का चुनाव लड़ा और उन्हें 27 मत प्राप्त हुआ
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1990 में लालू प्रसाद के नेतृत्व में बनी सरकार में दूसरे नंबर पर मंत्री बने और संसदीय कार्य, स्वास्थ्य, सांस्थिक वित्त तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सहित आधा दर्जन विभागों के मंत्री बनाए गए
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पुनः 1993 में राज्य सरकार में संसदीय कार्य एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री बने 1993 से 1998 तक राज्य सरकार में मंत्री रहे
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1998 में लालू प्रसाद से मतभेद होने के बाद राजद से अलग होकर समता पार्टी में शामिल हुए और नैतिकता के आधार पर बिहार विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दी
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1999 में गोपालगंज से सांसद बने
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2004 में बेतिया से सांसद बने 2008 में केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार में भारी उद्योग राज्य मंत्री बनाए गए।