देश के 69वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर इस बार जो खास रहा वो था बीएसएफ की महिला टुकडी का शक्ती प्रदर्शन। पहली बार महिलाओं की टुकडी ने बाईकों पर अपना जौहर पूरे विश्व को दिखाया। सचमुच से क्षण किसी भी देश के लिए एक गौरवशाली क्षण हैं।
भारतीय सेना के तीनों अंगों ने हाथ मिलाकर दिल्ली पुलिस के बैंड दस्ते ने भी अपना जौहर दिखाया। बाइक पर स्टंट करते हुए महिला जवानों ने करतब दिखाए। बीएसएफ की सीमा भवानी टीम ने राजपथ पर बाइक पर कई सारे करतब किए। राजपथ पर जिसने भी ये करतब देखे वो हक्का बक्का रह गया और इन महिलाओं के सम्मान में खडे हो तालियां बजाने लगा।
महिला कमांडो के जौहर को सलाम करते हुए राजपथ पर मौजूद जनता क्या सभी राजनेता भी तालियां बजाते हुए खड़े हो गए। इस पल को देखकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बेहद खुश नजर आए। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने तालियां बजाकर महिला कमांडो को प्रोत्साहित किया। राजपथ पर मौजूद सभी की आंखों में महिला कमांडरों के लिए एक अलग सम्मान और खुशी साफ देखने को मिल रही थी।
‘जीवन पर्यन्त कर्तव्य’ बीएसएफ का मूल मंत्र जैसे इन जांबाजों ने आत्मसात कर लिया हो। टेकनपुर ट्रेनिक कैंप के अधिकारियों के मुताबिक 2016 में जब इन्हें प्रशिक्षण के लिए चुना गया था तब 45 में से 43 ने महिला जवानों ने कभी बाइक भी नहीं चलाई थी। इनमें कई ऐसी भी थीं जिन्होंने कभी साइकिल की सवारी भी नहीं की थी। लेकिन अपनी लगन और हौसलों के बल पर इन जांबाजों ने प्रशिक्षण के अंत तक 22 फॉर्मेशन (जिनमें पुरुष टीम दक्ष है) पर महारथ हासिल कर ली।