भारत की स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज लॉन्च हो गई यानि इसे पानी में उतारा गया। मुंबई के मझगांव डॉक पर आईएनएस करंज को नौसेना में शामिल किया गया और इस दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा भी मौजूद थे। इस पनडुब्बी का निर्माण मझगांव डॉकयार्ड ने फ्रांस के सहयोग से किया हैं। आधुनिक तकनीक से बनी ये पनडुब्बी कम आवाज से दुश्मन के जहाज को चकमा देने में माहिर है। प्रॉजेक्ट 75 प्रोग्राम के तहत एमडीएल द्वारा बनाए जाने वाली 6 पनडुब्बियों में से यह तीसरी है। इस श्रेणी की पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी पिछले साल 14 दिसंबर को लॉन्च की गई थी। वहीं दूसरी पनडुब्बी खांदेरी भी पहले ही लॉन्च की जा चुकी है, जिसका समुद्र में ट्रायल किया जा रहा है। स्कॉर्पीन सबमरीन इंडियन नेवी के लिए प्राथमिक जरूरतों में से थी। इसकी आवश्यक्ता ऐसे मौके पर और बढ़ जाती है, जब चीन की नौसेना हिंद महासागर में अपनी सक्रियता बढ़ा रही हो। करंज की लॉन्चिंग के मौके पर नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा चीफ गेस्ट होंगे। इस मौके पर जानते हैं करंज से जुड़ी कुछ खास बातें…
Indian Navy launches 'Karanj' the third Scorpene class submarine built at Mumbai's Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL) pic.twitter.com/Ux7ELHvyQJ
— ANI (@ANI) January 31, 2018
- ‘करंज’ एक स्वदेशी पनडुब्बी है, जो ‘मेक इन इंडिया’ के तहत तैयार की गई है। अपने आधुनिक फीचर्स की वजह से यह दुश्मन को ढूंढकर उस पर सटीक निशाना लगा सकती है। कंरज पनडुब्बी 67.5 मीटर लंबी, 12.3 मीटर ऊंची, 1565 टन वजनी है।2. ‘करंज’ टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से हमले भी कर सकती है। युद्ध की स्थिति में करंज पनडुब्बी हर तरह की अड़चनों से सुरक्षित और बड़ी आसानी से दुश्मनों को चकमा देकर बाहर निकल सकती है।
3. इस पनडुब्बी का इस्तेमाल हर तरह के वॉरफेयर, ऐंटी-सबमरीन वॉरफेयर और इंटेलिजेंस के काम में भी किया जा सकता है।
4. करंज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी रेडार की पकड़ में नहीं आएगी। इसके अलावा इससे जमीन पर भी आसानी से हमला किया जा सकता है।
5. पनडुब्बी में ऑक्सीजन खत्म होने की स्थिति में इसमें ऑक्सीजन बनाने की भी क्षमता है। इस वजह से इसमें लंबे समय तक पानी में रहा जा सकता है।
6. इसे फ्रांस की तकनीक पर तैयार किया गया है। फ्रांस की डीसीएनएस में इसे बनाने में सहयोग दिया है।
7. इस पनडुब्बी को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह किसी भी तरह की जंग में सेना के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
8. पनडुब्बी में सटीक हथियारों का इस्तेमाल करते हुए दुश्मन पर बड़ा हमला करने की क्षमता है।