भारत ने मंगलवार को देश में ही विकसित की गई अग्नि-1 बलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। ओडिशा के तट पर परमाणु क्षमता वाली इस मिसाइल का ट्रायल सेना द्वारा किया गया।
अग्नि-1 (ए) मिसाइल स्वदेशी तकनीक से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु क्षमता सक्षम मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर है। 15 मीटर लंबी और 12 टन वजनी यह मिसाइल एक क्विंटल भार के पारंपरिक और परमाणु आयुध ले जाने में समक्ष है।
18 जनवरी को अग्नि-5 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था
उल्लेखनीय है कि बीते 18 जनवरी को भारत ने परमाणु शक्ति से लैस जमीन से जमीन पर मारक वाली देसी अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। अग्नि मिसाइल श्रृंखला की सबसे शक्तिशाली और सबसे लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली यह मिसाइल बीजिंग तक को निशाना बनाने में सक्षम है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने चेन्नई में घोषणा करते हुए कहा था, “हमने परमाणु शक्ति से लैस बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का आज सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है।”
एक टन विस्फोटक ले सकती है अग्नि-5
अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 पांच हजार किलोमीटर के दायरे निशाना बनाने में सक्षम यह मिसाइल एक टन विस्फोटक ले सकती है। मिसाइल का परीक्षण ओडिशा अपतटीय क्षेत्र स्थित अब्दुल कलाम द्वीप परीक्षण केंद्र से किया गया था। यह मिसाइल का पांचवां परीक्षण था और रोड मोबाइल लांचर पर एक कनस्तर से यह लगातार किया जाने वाला तीसरा परीक्षण था। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा निर्मित अग्नि-5, अग्नि मिसाइल श्रंखला का सबसे उन्नत संस्करण है जो 1960 में शुरू हुए इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम का हिस्सा है। इससे पहले 2012, 2013, 2015 और 2016 में इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। भारत अग्नि-5 के साथ अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के साथ आईसीबीएम क्षमताओं वाले देशों में शामिल हो गया है।