जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सैनिकों की किसी भी करतूत और हिंसा का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने अपने कमांडरों को खुली छूट दी हुई है। माचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना की कार्रवाई में इस साल अब तक कम से कम 20 पाकिस्तानी रेंजर्स मारे गए हैं जबकि कई घायल हुए हैं।
सेना से जुड़े लोगों का यह कहना है कि घाटी में इस वक्त सेना के जवान बेहद सक्रिय है और लगातार हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते वह ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं। पिछले साल भारतीय सेना की फायरिंग में 138 की मौत हुई थी जबकि 156 घायल हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के पीर पांजाल रेंज में नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ की फिराक में बैठे करीब 180 से 200 आतंकियों की खुफिया रिपोर्ट के बाद सेना की तरफ से घाटी में निगरानी और बढ़ा दी गई है। दक्षिणी पीर पंजाल रेज में जो इलाके आते हैं वो है- पूंछ, राजौरी और मेंढर।
भारत ने संबंध सामान्य बनाने का अवसर गंवाया-पाक
उधर, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान के साथ संबंध सामान्य बनाने का अवसर गंवा दिया है। साथ आरोप लगाया कि अपने शत्रुतापूर्ण रुख के जरिये भारत ने शांति वार्ता की गुंजाइश को कम कर दिया है। डान न्यूज के मुताबिक, पाक रक्षा मंत्री ने बुधवार को पाक संसद के उच्च सदन सीनेट में नीति संबंधी बयान के दौरान ये आरोप लगाए। खान ने कहा, ‘भारत की मौजूदा सरकार द्वारा लगातार शत्रुतापूर्ण और पाक विरोधी रुख ने शांति वार्ता की गुंजाइश को कम कर दिया है।’