Indian Railway: भारतीय रेलवे ने आम यात्रियों को आरामदायक और किफायती यात्रा प्रदान करने के प्रयास में कहा है कि वह जल्द ही स्लीपर और जनरल सुविधा के साथ गैर Ac वंदे साधारण ट्रेनें शुरू करेगी। जानकारी के मुताबिक, गैर Ac वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण ICF चेन्नई में 65 करोड़ रुपए, की अनुमानित लागत से किया जाने वाला है और उम्मीद जताई जा रही है कि इसकी पहली रेक इस साल यानी 2023 के आखिर तक आ सकती है।
वंदे भारत ट्रेन का निर्माण ICF में-
भारतीय रेलवे का कहना है कि पहली वंदे साधारण ट्रेन रेक इस साल के आखिर तक आने की उम्मीद है, दूसरी ओर बैठने की व्यवस्था वाली पूरी तरह से Ac वंदे भारत ट्रेन का निर्माण ICF में किया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 100 करोड़ रुपए है।
पुश-पुल विधि (Method) का इस्तेमाल-
जानकारी के मुताबिक वंदे साधारण ट्रेन में कुशल त्वरण सुनिश्चित (Ensure Efficient Acceleration) करने के लिए आगे और पीछे दोनों ओर 24 LHB (Linke Hofmann Busch) कोच और 2 लोकोमोटिव होंगे। दो इंजनों के साथ पुश-पुल विधि (Method) का इस्तेमाल कर ट्रेन की त्वरण दर (Acceleration rate) को बढ़ाया जाएगा।
वंदे साधारण ट्रेन में मिलेंगी यह सुविधाएं-
उम्मीद की जा रही है कि इस नई वंदे साधारण ट्रेन में यात्रियों को बायो-वैक्यूम शौचालय, एक यात्री सूचना प्रणाली और चार्जिंग प्वाइंट जैसी सुविधाएं दी जा सकती हैं।, यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हर कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे।, इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह ही वंदे साधारण ट्रेन में भी स्वचालित दरवाजे प्रणाली का इस्तेमाल जाएगा।
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आलोचना का सामना-
खास बात यह है कि यह पहली बार है कि नॉन Ac ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे, बायो-वैक्यूम शौचालय और स्वचालित दरवाजे जैसी सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे को इससे पहले वंदे भारत ट्रेनों के ऊंचे दामों को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि वंदे साधारण सेवा में सामान्य किराया स्तर होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे यह इस ट्रेन से यात्रियों को यात्रा करने में सुविधा हो।
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