जानेमाने एसआरएस ग्रुप के मालिक अनिल जिंदल और उनसे जुड़े लोगों के घरों पर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीमों ने एक साथ छापेमारी की। इस दौरान पुलिस दिन भर इन स्थानों पर कागजों को खंगालती रही, लेकिन एसआरएस ग्रुप का चेयरमैन अनिल जिंदल और अन्य आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आये। इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी मीडिया को जवाब देने से बचते रहे।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को सुबह पुलिस आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ एसआरएस के चेयरमैन अनिल जिंदल के सेक्टर 14 स्थित घर, कॉरपोरेट ऑफिस और जिंदल से जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर एक साथ छापा मार दिया। छापेमारी के दौरान जिंदल के घर और कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस दिन भर इन स्थानों पर कागजों को खंगालती रही। इस दौरान अनिल जिंदल और उनका जुड़ा कोई व्यक्ति को पुलिस को मौके पर नहीं मिला। जो लोग मौके पर मौजूद थे। पुलिस उनसे विभिन्न एंगलों से पूछताछ करती रही।
इसी दौरान पुलिस की एक टीम ने एसआरएस से जुड़े तिगांव निवासी देवेंद्र अधाना के घर पर भी छापा मारा, लेकिन अधाना भी पुलिस को मौके पर नहीं मिला। पुलिस ने उसके घर में कागजों की जांच की और उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। शाम को पुलिस ने इन सभी स्थानों से ढेरों कागजातों की फाइलों और कंप्यूटरों को अपने कब्जे में लेकर लौट गई।गौरतलब है कि पिछले दिनों पुलिस ने थाना सेक्टर 31 में एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल, प्रतीक जिंदल, विनोद गर्ग, विशन बंसल, नानक चंद तायल, पी.के कपूर, जे. के. गर्ग, देवेंद्र अधाना और अन्य निदेशक व स्टाफ के खिलाफ 20 मामले दर्ज किए थे। इसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 ,406, 120 बी व 3 हरियाणा प्रोटेक्शन ऑफ़ डिपोजिटर इन एफई एक्ट -2013 को शामिल किया गया हैं।
इस पूरे मामले से पुलिस मीडिया को दूर रखे हुए थे। पुलिस के आला अधिकारी मीडिया को मामले की जानकारी देने से दिन भर बचते रहे। यहां तक पुलिस की पुलिस आयुक्त, डीसीपी और पुलिस पीआरओ ने जानकारी देने से बचने के लिए मीडिया के फोन तक रिसीव नहीं किए। इसके अलावा एसआरएस ग्रुप से जुड़े जो लोग मौके पर मिले, भी किसी तरह की जानकारी देने से कतराते रहे।