मुंबई पुलिस के 54 वर्षीय आईपीएस अधिकारी हिमांशु रॉय ने अपने सरकारी आवास पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। अंडरवर्ल्ड कवर करने वाले पत्रकार जे डे की हत्या केस को सुलझाने में हिमांशु रॉय का अहम रोल था। बताया जा रहा है कि वे बोनमैरो कैंसर से पीडित थे।
उनके परिजनों ने उन्हें मुंबई के एक अस्पतास में भर्ती कराया। जहां डांक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डांक्टरों का कहना है कि उन्होंने अपने मुंह में रखकर गोली चलाई, डॉक्टर ने गोली लगने के थोड़ी देर बाद ही उनकी मौत होने की आशंकी जताई। जानकारी के मुताबिक वह लंबे ससय से बोनमैरो कैंसर से पीडित थे। उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी। वे उपचार के लिए कई बार उन्हें विदेश भी जाना गड़ा। बीमरी के चलते वे लेबे समय से ऑफिस भी न जा रहे थे। ऐसा लग रहा है कि उन्होंने बोनमैरो कैंसर की वजह से ये कदम उठाया।
हिमांशु रॉय कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के ड्राइवर आरिफ के एनकाउंटर से लेकर पत्रकार जेडे हत्या केस को सुलझाने में उनका बडा सहयोग रहा। वहीं विजय पालांडे-लैला खान डबल मर्डर केस जैसे अहम मामलों से वे जुड़े रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शोक वयक्त किया और कहा कि वह हिमांशु रॉय के निधन की खबर सुनकर चौंक गईं और बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि हिमांशु का जाना दुर्भाग्यपूर्ण और देश के लिए बड़ी एक बुरी खबर है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान मुंबई को जैसी सुरक्षा प्रदान की, उसके लिए मुंबई हमेशा उनका आभारी रहेगा। साथ ही प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्य की भाजपा सरकार पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हिमांशु के साथ अच्छा व्यवहार नही किया।