हरियाणा सरकार ने खिलाडियों को जोरदार झटका दिया है। सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर सरकार के किसी भी विभाग या संस्थान में नौकरी प्राप्त खिलाडियों को अपनी प्रोफेशनल कमाई सरकार को देनी होगी जिसको खेलों पर खर्च किया जाएगा। हरियाणा सरकार का ये फरमान जारी होने के बाद खिलाडियों और विपक्ष ने सरकार पर तीखे वार किए हैं। शुक्रवार को दिनभर लोग हरियाणा सरकार को सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर ट्रोल करते रहे।
ये आदेश हमेशा विवादों में रहने वाले और फिलहाल खेल विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका ने जारी किए हैं। सरकार का मानना है कि उन्होंने खिलाडियों को प्रोफेशनल खेलने और विज्ञापन करने की मंजूरी दी है। इससे पहले ऐसा नहीं होता था। इसलिए इन खिलाडियों को इससे होने वाली कमाई का बडा हिस्सा सरकारी खजाने में जमा कराना ही होगा।
क्या है सरकार का निर्णय-
सरकार का निर्णय है कि जो खिलाड़ी सरकारी नौकरी कर रहा है और प्रोफेशनल खेल रहा है और साथ में किसी कंपनी के लिए विज्ञापन भी कर रहा है अगर वो इस दौरान वैतनिक अवकाश पर है तो विज्ञापन से होने वाली कमाई का एक तिहाई हिस्सा उसे स्पोट्र्स काउंसिल को देना होगा। वहीं दूसरे पाईंट के अनुसार अगर खिलाडी छुट्टी पर नहीं है और इस दौरान वो कोई विज्ञापन करता है या प्रोफेशनल खेलता है तो इन सब से प्राप्त वो अपनी सारी आय सरकार को दे।
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