पूरे देश से गो-रक्षा के नाम पर लोगों की हत्याओं की खबरें आती रहती है। गो-रक्षा के नाम हत्याओं को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को सख्त कानून बनाने का निर्देश दे चुका है। उसके बावजूत गो-रक्षा के नाम हत्याओं पर रोक नहीं लग रही है। वहीं गो-रक्षा के नाम पर हत्याओं के बीज केजरीवाल की सरकार वाली दिल्ली से दिल को दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। देश की राजधानी दिल्ली के धूमनहेड़ा में स्थित एक गोशाला में खाने की कमी और बीमारियों के कारण लगभग 48 गायों की मौत हो गई है। वहीं गायों की मौत के बाद कई दिनों तक गाय का शव गोशाला में ही पड़ा रहा। जब खबर मीडिया में आई तो एमसीडी की टीम ने शव को उठाया।
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केजरीवाल सरकार ने गोशाला में डॉक्टरों की टीम भेजी है। वहीं सुबह से ही एमसीडी के सफाई कर्मचारी मौके पर तैनात दिखे। खाने-पीने को लेकर खल-चारा मंगाया गया। आपको बता दें कि गोशाला की देख रेख करने वालों के बीच विवाद चल रहा है। आश्रम की देख रेख की ज़िम्मेदारी गुरु छाया नाम की महिला की थी जिसपर विवाद है कि पैसे ग़बन करती गयी। 2015 से अश्रम की देखभाल कर रहे श्यामा ने कहा कि गांववालों से विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने आश्रम की देखरख गत 15 जुलाई को छोड़ दी थी।
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