केंद्र सरकार ने महिलाओं के प्रति कार्यस्थल पर होने वाले यौन शोषण के खिलाफ एक संगठन बनाया है। इस संगठन का नाम ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) किया है। इसकी अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे। इस (जीओएम) में मेनका गाँधी, नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमन है।
Government of India today constituted a Group of Ministers (Nitin Gadkari, Nirmala Sitharaman and Maneka Gandhi) headed by Home Minister Rajnath Singh, to strengthen the legal and institutional frameworks to deal with, and prevent sexual harassment at workplace.
केंद्र सरकार ने महिलाओं के प्रति कार्यस्थल पर होने वाले यौन शोषण के खिलाफ एक संगठन बनाया है। इस संगठन का नाम ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) किया है। इसकी अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे। इस (जीओएम) में मेनका गाँधी, नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमन है।मंत्री समूह ही किसी कार्यस्थल पर होने वाले यौन शोषण के खिलाफ आने वाले मामलों को देखेगा और साथ ही, ऐसे मामलों की रोकथाम और कार्रवाई से जुड़ी गाइडलाइंस भी तैयार करेगा। जिसके जरिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम हो सके।दरअसल हाल में मी टू मुहिम के तहत महिलाओं ने अपने साथ यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा किया। तमाम बड़ी हस्तियों पर भी गंभीर आरोप लगे। यहां तक कि आधे दर्जन से अधिक महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोप पर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री पद से एमजे अकबर को इस्तीफा देना पड़ा। मेनका गांधी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ऐसे मामलों की जांच रिटायर्ड जजों से करने का प्रस्ताव दिया था। मगर पिछली कैबिनेट में इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के गठन की बात कही गई थी। उसी क्रम में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने जीओएम की स्थापना की है।
— ANI (@ANI) October 24, 2018