राफेल डील पर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब तो कांग्रेस हाथ धोकर सुप्रीम कोर्ट के पीछे लग गयी है। हाल ही में राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह राफेल करार से जुड़ा अपना फैसला वापस ले और केंद्र सरकार को अदालत की अवमानना एवं झूठी गवाही का नोटिस जारी करे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने शीर्ष अदालत को गलत जानकारी दी।
कांग्रेस के कार्यालय हो रही प्रेस कांफ्रेस में शर्मा ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार ने यह दावा करके संसद के दोनों सदनों के विशेषाधिकार का हनन किया है कि राफेल विमानों की कीमतों को लेकर सीएजी रिपोर्ट संसद की लोकलेखा समिति (पीएसी) के समक्ष पेश की गई।
इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उन्हें पश्चाताप करना चाहिए और पवित्र गंगा नदी में स्नान करना चाहिए।’ शर्मा ने कहा, ‘हम सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करते हैं कि वह राफेल पर अपना फैसला वापस ले और सरकार को झूठी गवाही एवं अदालत की अवमानना का नोटिस जारी करे।
उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री मे गलत नहीं किया तो संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के सामने क्यों नहीं आते? इस मामले में डिफेंस सेक्रेटरी, डिफेंस मिनिस्टर, वायुसेना प्रमुख समेत सभी पक्षों को बुलाने का अधिकार सिर्फ JPC को है। जांच से दूर भागना और अदालत को गुमराह कर गलत फैसला लेना और उस पर खुशी मनाना पिछले दो दिन से यही हो रहा है। बीजेपी ने कहा है कि वो 70 प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उन्हें कुंभ में जाकर माफी मांगनी चाहिए। अगर वो 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस करें तब भी झूठ पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। ‘
LIVE: Press briefing by @AnandSharmaINC, former Union Minister. https://t.co/THAaUPygkR
— Congress Live (@INCIndiaLive) December 16, 2018