उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर सपा और बसपा में आपसी सहमति बन गई है। सपा और बसपा महागठबंधन कर लोकसभा के चुनाव लड़ रही है। गठबंधन के चलते सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा की प्रमुख मायावती ने सीटों के बंटवारे को मंजूरी भी दे दी है। खबरों के अनुसार, शुक्रवार को मायावती और अखिलेश के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान सपा और बसपा के बीच गठबंधन पर मुहर लगाने के साथ ही सीटों की संख्या को भी मंजूरी दे दी।
इस बात की पुष्टि न्यूज़18 ने सूत्रों के हवाले से की है। खबरों की माने तो, सपा और बसपा 37-37 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करेंगे। दो सीटें राष्ट्रीय लोकदल के लिए (संभावित रूप से अजीत सिंह और जयंत चौधरी) के लिए छोड़ी जाएगी। दो सीटें महागठबंधन के अन्य साथियों (संभावित रूप से ओमप्रकाश राजभर की पार्टी) के लिए छोड़ी जाएंगी। साथ ही, अगर कांग्रेस साथ आती है तो उसे दो सीटें दी जाएंगी। इसके तहत राहुल गांधी के लिए अमेठी और सोनिया गांधी के लिए रायबरेली सीट छोड़ी जाएंगी। अन्य सीटों पर सपा और बसपा गठबंधन अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
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उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर सपा और बसपा में आपसी सहमति बन गई है। सपा और बसपा महागठबंधन कर लोकसभा के चुनाव लड़ रही है। गठबंधन के चलते सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा की प्रमुख मायावती ने सीटों के बंटवारे को मंजूरी भी दे दी है। खबरों के अनुसार, शुक्रवार को मायावती और अखिलेश के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान सपा और बसपा के बीच गठबंधन पर मुहर लगाने के साथ ही सीटों की संख्या को भी मंजूरी दे दी।इस बात की पुष्टि न्यूज़18 ने सूत्रों के हवाले से की है। खबरों की माने तो, सपा और बसपा 37-37 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करेंगे। दो सीटें राष्ट्रीय लोकदल के लिए (संभावित रूप से अजीत सिंह और जयंत चौधरी) के लिए छोड़ी जाएगी। दो सीटें महागठबंधन के अन्य साथियों (संभावित रूप से ओमप्रकाश राजभर की पार्टी) के लिए छोड़ी जाएंगी। साथ ही, अगर कांग्रेस साथ आती है तो उसे दो सीटें दी जाएंगी। इसके तहत राहुल गांधी के लिए अमेठी और सोनिया गांधी के लिए रायबरेली सीट छोड़ी जाएंगी। अन्य सीटों पर सपा और बसपा गठबंधन अपने उम्मीदवार उतारेंगे।खबरों के अनुसार, यदि कोई अन्य पार्टी महागठबंधन के साथ जुड़ती है तो इस स्थिति में 1-1 सीटें सपा और बसपा आपस में बांट लेंगी। कांग्रेस पार्टी को फिलहाल दो से ज्यादा सीटें देने से दोनों नेताओं ने इनकार कर दिया है।आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं। पिछले दिनों हुए लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में सपा-बसपा गठबंधन को मिली जीत को देखते हुए यह तय माना जा रहा था कि दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन बात अटक रही थी सीट बंटवारे को लेकर, लेकिन अब इसका भी फैसला हो गया।
खबरों के अनुसार, यदि कोई अन्य पार्टी महागठबंधन के साथ जुड़ती है तो इस स्थिति में 1-1 सीटें सपा और बसपा आपस में बांट लेंगी। कांग्रेस पार्टी को फिलहाल दो से ज्यादा सीटें देने से दोनों नेताओं ने इनकार कर दिया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं। पिछले दिनों हुए लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में सपा-बसपा गठबंधन को मिली जीत को देखते हुए यह तय माना जा रहा था कि दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन बात अटक रही थी सीट बंटवारे को लेकर, लेकिन अब इसका भी फैसला हो गया।
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