जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से पूरा देश शौक मना रहा है, तो वही पुलवामा हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद भारत ने वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी के चलते भारत से तनाव को खत्म करवाने के लिए पाकिस्तान ने यूएन का दरवाजा खटखटाया है।
इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक़, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस को सोमवार को पत्र लिखकर भारत के साथ तनाव कम करने की दिशा में मदद मांगी है।
Pakistan Foreign Min Shah Mahmood Qureshi in letter addressed to UN Secretary-General: It is with a sense of urgency that I draw your attention to the deteriorating security situation in our region resulting from the threat of use of force against Pakistan by India. (File pic) pic.twitter.com/G5ZptErt4r
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से पूरा देश शौक मना रहा है, तो वही पुलवामा हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद भारत ने वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी के चलते भारत से तनाव को खत्म करवाने के लिए पाकिस्तान ने यूएन का दरवाजा खटखटाया है।इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक़, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस को सोमवार को पत्र लिखकर भारत के साथ तनाव कम करने की दिशा में मदद मांगी है।पत्र में कुरैशी ने लिखा कि भारत की तरफ से लगातार फोर्स के इस्तेमाल की धमकियों के बीच मेरे लिए यह बेहद आवश्यक हो गया है कि मैं क्षेत्र में सुरक्षा की स्थितियों पर आपका ध्यान आकर्षित करूं। कुरैशी ने अपने पत्र में लिखा कि पुलवामा में हुए फिदायीन हमले को कश्मीरी युवक ने अंजाम दिया था। उन्होंने पत्र में लिखा कि हमले की जांच से पहले पाकिस्तान पर उसका दोष मढ़ना गलत है।साथ ही, पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि घरेलू राजनैतिक कारणों के चलते भारत की तरफ से दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने सिंधु नदी का पानी रोकने के भी संकेत दिए हैं। उन्होंने लिखा कि यह भारत की तरफ से बड़ी गलती होगी।आपको बता दे कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। पाकिस्तान में छिपा बैठा मसूद अजहर जैश का संचालन करता है। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
— ANI (@ANI) February 19, 2019
पत्र में कुरैशी ने लिखा कि भारत की तरफ से लगातार फोर्स के इस्तेमाल की धमकियों के बीच मेरे लिए यह बेहद आवश्यक हो गया है कि मैं क्षेत्र में सुरक्षा की स्थितियों पर आपका ध्यान आकर्षित करूं। कुरैशी ने अपने पत्र में लिखा कि पुलवामा में हुए फिदायीन हमले को कश्मीरी युवक ने अंजाम दिया था। उन्होंने पत्र में लिखा कि हमले की जांच से पहले पाकिस्तान पर उसका दोष मढ़ना गलत है।
साथ ही, पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि घरेलू राजनैतिक कारणों के चलते भारत की तरफ से दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने सिंधु नदी का पानी रोकने के भी संकेत दिए हैं। उन्होंने लिखा कि यह भारत की तरफ से बड़ी गलती होगी।
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