ऑर्गनाईजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) की बैठक में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार लड़ाई की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत की लड़ाई आतंक के खिलाफ है, किसी धर्म के खिलाफ नहीं है। इस्लाम शांति सिखाता है। साथ ही, उन्होंने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि आतंकवाद जिंदगियों को तबाह कर रहा है, उसका दायरा बढ़ रहा है, हमें आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को समझाना होगा।
EAM Sushma Swaraj at OIC conclave:. Terrorism is destroying lives,destabilizing regions and putting the world at great peril. Terror reach is growing and the toll it is taking is increasing. pic.twitter.com/l3jsVrqsZj
ऑर्गनाईजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) की बैठक में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के खिलाफ जोरदार लड़ाई की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत की लड़ाई आतंक के खिलाफ है, किसी धर्म के खिलाफ नहीं है। इस्लाम शांति सिखाता है। साथ ही, उन्होंने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि आतंकवाद जिंदगियों को तबाह कर रहा है, उसका दायरा बढ़ रहा है, हमें आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को समझाना होगा।इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को किसी भी धर्म के खिलाफ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। सुषमा स्वराज ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ संघर्ष नहीं है, जैसा कि इस्लाम का मतलब शांति होता है, इसी तरह अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं होता है। इसी तरह हर धर्म शांति और मित्रता की पैरवी करता है।”आपको बता दें सुषमा स्वराज इस बैठक में विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुई हैं। ऐसा पहली बार है जब भारत को ओआईसी की बैठक में बतौर ‘विशेष अतिथि’ आमंत्रित किया गया है। पाकिस्तान ने मांग की थी कि इस मीटिंग से भारत को बाहर किया जाए, हालांकि OIC बैठक की अध्यक्षता करे अबुधाबी ने पाकिस्तान की इस दलील को मानने से इनकार कर दिया। OIC की बैठक में पाकिस्तान की सीट आज खाली रही। शाह महमूद कुरैशी ने यूएई से सुषमा स्वराज को विशेष अतिथि बनाने के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी लेकिन पाक विदेश मंत्री की मांग को यूएई ने ठुकरा दिया।
— ANI (@ANI) March 1, 2019
EAM Sushma Swaraj at OIC conclave: If we want to save humanity, we must tell the states who provide shelter and funding to terrorists, to dismantle the infrastructure of the terrorist camps and stop providing shelter and funding to the terror organisations based in that country. pic.twitter.com/hlNZaAH7wl
— ANI (@ANI) March 1, 2019
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को किसी भी धर्म के खिलाफ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। सुषमा स्वराज ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ संघर्ष नहीं है, जैसा कि इस्लाम का मतलब शांति होता है, इसी तरह अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं होता है। इसी तरह हर धर्म शांति और मित्रता की पैरवी करता है।”
EAM Sushma Swaraj at OIC conclave:.Terrorism in each case is driven by distortion of religion. Fight against terror is not a confrontation against any religion. Just as Islam means peace, none of the 99 names of Allah mean violence.Similarly every religion stands for peace pic.twitter.com/OeUxerHz75
— ANI (@ANI) March 1, 2019
आपको बता दें सुषमा स्वराज इस बैठक में विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुई हैं। ऐसा पहली बार है जब भारत को ओआईसी की बैठक में बतौर ‘विशेष अतिथि’ आमंत्रित किया गया है। पाकिस्तान ने मांग की थी कि इस मीटिंग से भारत को बाहर किया जाए, हालांकि OIC बैठक की अध्यक्षता करे अबुधाबी ने पाकिस्तान की इस दलील को मानने से इनकार कर दिया। OIC की बैठक में पाकिस्तान की सीट आज खाली रही। शाह महमूद कुरैशी ने यूएई से सुषमा स्वराज को विशेष अतिथि बनाने के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी लेकिन पाक विदेश मंत्री की मांग को यूएई ने ठुकरा दिया।
#WATCH live from Abu Dhabi: EAM Sushma Swaraj addresses the OIC conclave as the Guest of Honour.. https://t.co/ZL3wreLDXj
— ANI (@ANI) March 1, 2019