लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर राजनीति काफी गरमाई हुई है। इसके चलते सभी राजनीतिक दल एक दूसरे के खिलाफ खड़े है लेकिन एक ऐसा भी नेता है जो अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोल रहा है। मोदी सरकार के सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों में पास करवाने को लेकर मेघालय की शिलॉन्ग सीट से बीजेपी प्रत्याशी सनबोर शुलई ने आत्महत्या करने धमकी दी है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, शुलई ने कहा है कि मेघालय के साथ-साथ पूर्वोत्तर में सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल लागू हुआ तो वह आत्महत्या कर लेंगे। शुलई ने कहा, ‘जब तक मैं जिन्दा हूं तब तक सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिला लागू नहीं होगा। मैं नरेंद्र मोदी के सामने आत्महत्या कर लूंगा लेकिन इसे लागू नहीं होने दूंगा।’
Sanbor Shullai, BJP candidate from Shillong parliamentary seat: As long as I'm alive Citizenship Amendment Bill (CAB) will not be implemented. I will kill myself, I will suicide before Narendra Modi but I will not let CAB to be implemented. #Meghalaya (11/4/19) pic.twitter.com/UyR80lY9hF
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर राजनीति काफी गरमाई हुई है। इसके चलते सभी राजनीतिक दल एक दूसरे के खिलाफ खड़े है लेकिन एक ऐसा भी नेता है जो अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोल रहा है। मोदी सरकार के सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों में पास करवाने को लेकर मेघालय की शिलॉन्ग सीट से बीजेपी प्रत्याशी सनबोर शुलई ने आत्महत्या करने धमकी दी है।न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, शुलई ने कहा है कि मेघालय के साथ-साथ पूर्वोत्तर में सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल लागू हुआ तो वह आत्महत्या कर लेंगे। शुलई ने कहा, ‘जब तक मैं जिन्दा हूं तब तक सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिला लागू नहीं होगा। मैं नरेंद्र मोदी के सामने आत्महत्या कर लूंगा लेकिन इसे लागू नहीं होने दूंगा।’बता दे लोकसभा चुनाव 2019 के लिए जारी किये घोषणापत्र में बीजेपी पार्टी कहा है कि वह सरकार बनने पर सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों में पास करा कर उसे लागू कराएंगे। बीजेपी के घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 8 अप्रैल को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में कहा था कि – ‘राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। आतंकवाद के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है।’साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत में होने वाली अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए हम पूरी सख्ती करेंगे। सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों से पास कराएंगे और लागू करेंगे। इससे किसी राज्य की सांस्कृतिक और भाषाई संरचना पर कोई आंच नहीं आने देंगे।नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के तहत नागरिकता कानून 1955 में संशोधन कर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता दिए जाने की बात कही गई है। इस बिल के कानून बनने के बाद अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समुदायों को 12 साल के बजाय छह साल भारत में गुजारने पर और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
— ANI (@ANI) April 12, 2019
बता दे लोकसभा चुनाव 2019 के लिए जारी किये घोषणापत्र में बीजेपी पार्टी कहा है कि वह सरकार बनने पर सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों में पास करा कर उसे लागू कराएंगे। बीजेपी के घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 8 अप्रैल को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में कहा था कि – ‘राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। आतंकवाद के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है।’
साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत में होने वाली अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए हम पूरी सख्ती करेंगे। सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल को दोनों सदनों से पास कराएंगे और लागू करेंगे। इससे किसी राज्य की सांस्कृतिक और भाषाई संरचना पर कोई आंच नहीं आने देंगे।
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नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के तहत नागरिकता कानून 1955 में संशोधन कर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता दिए जाने की बात कही गई है। इस बिल के कानून बनने के बाद अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समुदायों को 12 साल के बजाय छह साल भारत में गुजारने पर और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
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