देशभर के लोग पीएम नरेंद्र मोदी के निजी जीवन के बारे में जानने के लिए काफी उत्सुक रहते है। इसी के चलते पीएम मोदी ने आज अभिनेता अक्षय कुमार को दिए एक इंटरव्यू में अपने जीवन से तमाम पहलुओं को जनता के सामने रखा। साथ ही, इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने यह बताया है कि आखिर वह अपनी कलाई में उल्टी घड़ी क्यों बांधते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि वह कलाई में उल्टी दिशा में घड़ी इसलिए बांधते हैं, क्योंकि अक्सर उन्हें मीटिंग के दौरान समय देखना होता है, तो वह यह नहीं चाहते कि सामने बैठे लोगों को इसका पता चले। उन्होंने कहा कि उन्हें जब कभी ऐसी बैठकों में समय देखने की जरूरत होती है तो उल्टी दिशा में घड़ी होने की वजह से वह आराम से देख लेते हैं और लोगों को इसका पता ही नहीं चलता। पीएम मोदी ने कहा कि अगर मीटिंग के दौरान कलाई घुमाकर बार-बार घड़ी देखेंगे तो इससे मीटिंग में बैठे लोग अच्छा महसूस नहीं करेंगे।
इसके अलावा, पीएम नरेंद्र मोदी ने इंटरव्यू में अपने सपने को लेकर भी बात की, उन्होंने बताया कि उनके मन में कभी प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया। उन्होंने कहा कि सामान्य लोगों के मन में ये विचार आता भी नहीं हैं और मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड है उसमें मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी में पूरे गांव को गुड़ के पुए खिला देती।
पीएम मोदी बोले- साल में एक-दो कुर्ते और बंगाली मिठाई भेजती हैं ममता बनर्जी
देशभर के लोग पीएम नरेंद्र मोदी के निजी जीवन के बारे में जानने के लिए काफी उत्सुक रहते है। इसी के चलते पीएम मोदी ने आज अभिनेता अक्षय कुमार को दिए एक इंटरव्यू में अपने जीवन से तमाम पहलुओं को जनता के सामने रखा। साथ ही, इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने यह बताया है कि आखिर वह अपनी कलाई में उल्टी घड़ी क्यों बांधते हैं।पीएम मोदी ने कहा कि वह कलाई में उल्टी दिशा में घड़ी इसलिए बांधते हैं, क्योंकि अक्सर उन्हें मीटिंग के दौरान समय देखना होता है, तो वह यह नहीं चाहते कि सामने बैठे लोगों को इसका पता चले। उन्होंने कहा कि उन्हें जब कभी ऐसी बैठकों में समय देखने की जरूरत होती है तो उल्टी दिशा में घड़ी होने की वजह से वह आराम से देख लेते हैं और लोगों को इसका पता ही नहीं चलता। पीएम मोदी ने कहा कि अगर मीटिंग के दौरान कलाई घुमाकर बार-बार घड़ी देखेंगे तो इससे मीटिंग में बैठे लोग अच्छा महसूस नहीं करेंगे।इसके अलावा, पीएम नरेंद्र मोदी ने इंटरव्यू में अपने सपने को लेकर भी बात की, उन्होंने बताया कि उनके मन में कभी प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया। उन्होंने कहा कि सामान्य लोगों के मन में ये विचार आता भी नहीं हैं और मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड है उसमें मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी में पूरे गांव को गुड़ के पुए खिला देती।गुस्से को कैसे शांत करते हैं पीएम मोदी? इस सवाल पर पीएम मोदी ने बताया कि अगर कोई ऐसा घटना है जो उन्हें पसंद न आए तो अकेला कागज लेकर बैठता था। उस घटना का वर्णन लिखता था, क्या हुआ क्यों हुआ। फिर उस कागज को फाड़कर फेंक देता था। फिर भी मन शांत नहीं होता था तो दोबारा उस घटनाक्रम को लिखता था। इससे मेरी सारी भावनाएं लिखने के बाद जल जाती हैं। इससे ये भी एहसास हो जाता है कि मैं भी गलत हूं।