मुंबई के रहने वाले 20 वर्षीय चिन्मय प्रभु ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। चिन्मय ने एक पूल में पानी के अंदर बैठकर महज 48 सेकंड में 9 पैरामिक्स क्यूब (पिरामिड के आकार का रूबिक क्यूब) को हल करने में कामयाबी हासिल की है। इस उपलब्धि के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
बता दें कि प्रभु ने बीते वर्ष 2018 में 9 दिसंबर को अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की, लेकिन इस साल 15 मार्च को गिनीज प्रमाण पत्र मिला। प्रभु ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि उन्हें क्यूबिंग और तैराकी पसंद है, इसलिए उन्होंने दोनों को मिलाने और एक नया शीर्षक बनाने के बारे में सोचा। इसके लिए उन्हें गिनीज वालों को पहले से इस बारे में बताना पड़ा था।
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मुंबई के रहने वाले 20 वर्षीय चिन्मय प्रभु ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। चिन्मय ने एक पूल में पानी के अंदर बैठकर महज 48 सेकंड में 9 पैरामिक्स क्यूब (पिरामिड के आकार का रूबिक क्यूब) को हल करने में कामयाबी हासिल की है। इस उपलब्धि के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।बता दें कि प्रभु ने बीते वर्ष 2018 में 9 दिसंबर को अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की, लेकिन इस साल 15 मार्च को गिनीज प्रमाण पत्र मिला। प्रभु ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि उन्हें क्यूबिंग और तैराकी पसंद है, इसलिए उन्होंने दोनों को मिलाने और एक नया शीर्षक बनाने के बारे में सोचा। इसके लिए उन्हें गिनीज वालों को पहले से इस बारे में बताना पड़ा था।प्रभु ने कहा कि जब उन्होंने 5 साल पहले पानी के अंदर जाकर क्यूबिंग शुरू की थी, तब वह केवल 30-35 सेकंड के लिए अपनी सांस रोक पाते थे। वहीं 5 महीने के कठोर अभ्यास के बाद उनकी सांस लेने की क्षमता 50 सेकंड से अधिक और एक मिनट तक बढ़ गई।प्रभु ने बताया कि गिनीज ने चार पैरामिक्स का लक्ष्य रखा था, लेकिन वे 9 को हल करने में कामयाब रहे। प्रभु ने कहा, “मुझे लगा कि अगर मैंने केवल 4 या 5 रन बनाए, तो कोई और रिकॉर्ड तोड़ देगा। इसलिए मैंने इसे 9 पैरामिक्स में ले लिया।” प्रभु ने पहले अपने पैरों का उपयोग करके दर्पण क्यूब (मिरर क्यूब) को हल करने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाई थी।