पीएम नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने की योजना बनाई थी। लेकिन सरकार अब सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को पूरी तरह से बैन नहीं कर रही। बता दें सरकार अपनी योजना के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक के छह आइटम्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाली थी। हालांकि, अब सरकार इस पर बैन न लगाकर लोगों में जागरूकता फैलाने की बात कर रही है।
रॉयटर्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकार प्लास्टिक बैग, कप, प्लेट, छोटे बोतल, स्ट्रॉ और कुछ चुनिंदा प्रकार के शैशे पर तुरंत रोक नहीं लगा रही है। इसके बदले सरकार इन चीजों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की कोशिश करेगी।
वहीं, पीएम मोदी के स्वच्छ भारत द्वारा ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी की ओर से 11 सितंबर 2019 को शुरू किया गया स्वच्छता ही सेवा अभियान का मकसद सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करना नहीं, बल्कि इसके इस्तेमाल को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता लाकर जन-आंदोलन बनाना है। इस ट्वीट में पीएमओ को भी टैग किया गया है।
The Swachhata Hi Seva campaign launched by the Hon'ble PM on 11th September 2019 is not about banning single use plastic but creating awareness and a people's movement to curb its use @PMOindia @moefcc https://t.co/ZTb4jtJ3t8
— Swachh Bharat I #AzadiKaAmritMahotsav (@swachhbharat) October 1, 2019
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ये है वजह
इन दिनों देश की अर्थव्यवस्था काफी सुस्त चल रही है जिससे कर्मचारियों की छंटनी भी हो रही है। कमजोर अर्थव्यवस्था का असर ऑटो सेक्टर से लेकर मैन्युफैक्चरिंग सभी सेक्टर में देखा जा सकता है। वहीं, अगर सरकार सिंगल यूज प्लास्टिक वाले प्रोडक्ट्स यानी प्लास्टिक बैग, कप, प्लेट, छोटे बोतल, स्ट्रॉ आदि पर बैन लगा देती है तो इससे भी देश की आर्थिक स्थिति और बिगड़ सकती है।
वहीं, खबरों की माने तो पर्यावरण मंत्रालय के शीर्ष ब्यूरोक्रेट चंद्र किशोर मिश्रा ने कहा कि सरकार ने राज्यों को सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग के लिए एडवायजरी जारी की है। सरकार ने राज्यों को कहा कि प्लास्टिक के बने आइटम्स को बाहर करने का रास्ता दिखाएं। पहले चरण में लोगों को प्लास्टिक आइटम्स के नुकसान के बारे में जागरूक करें। लोग जागरूक होंगे तो वो खुद प्लास्टिक का इस्तेमाल छोड़ देंगे। उसके बाद दूसरे चरण में इसका विकल्प उपलब्ध कराएं।
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